हरियाणा शिक्षा बोर्ड करेगा निजी स्कूलों में किताबों की चेकिंग
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में प्राइवेट पब्लिकेशन की बुक लगाने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी। सरकारी आदेशों के तहत निजी स्कूलों में एनसीईआरटी के अलावा निजी पब्लिकेशन की बुक विद्यार्थियों को नहीं पढ़ाई जा सकती। शिक्षा विभाग के तहत प्राइवेट स्कूलों में निजी पब्लिकेशन की किताबें पढ़ाने को की शिकायतें पहुंच रही है। ऐसे में हरियाणा बोर्ड को निजी स्कूलों में किताबों की चेकिंग करने का जिम्मा दिया गया है। बोर्ड प्रदेश के निजी स्कूलों में किताबों की जांच करेंगा।
अगर कोई निजी स्कूल एनसीईआरटी के अलावा निजी पब्लिकेशन की बुक विद्यार्थियों को पढ़ाता मिला तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। इसे शिक्षा के अधिकार एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लंघन माना जाएगा। उन्होंने बताया कि निजी विद्यालयों को ऐसी किताबों पर रोक लगा देनी चाहिए जो न तो जरूरी हैं और न ही नीति के अनुसार है।
कमेटी की जाएगी गठित, मई में निजी स्कूलों का दौरा करेगी टीम
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. पवन कुमार ने कहा कि इसको लेकर शिक्षा बोर्ड ने टीम गठित करेगा, जो स्कूलों में बच्चों की बुक्स चेक करेगा। मई माह में शिक्षा विभाग की टीम स्कूलों में जाकर छात्रों को दी जा रही बुकों की जांच करेगी। आदेशों के खिलाफ बुक्स मिलने पर जुमार्ना व मान्यता रद्द करने का प्रावधान रखा जाएगा।
अभिभावकों को निजी पब्लिशर्स किताबें खरीदने के लिए नहीं किया जा सकता मजबूर
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवन कुमार एवं सचिव मुनीश नागपाल ने कहा कि हरियाणा सरकार के आदेशानुसार प्रदेशभर में कोई भी अराजकीय (प्राइवेट) विद्यालय अभिभावकों को निजी पब्लिशर्स की महंगी किताबें खरीदने पर मजबूर नहीं कर सकता। हरियाणा सरकार द्वारा यह कदम अभिभावकों पर पड़ने वाले आर्थिक बोझ को कम करने की दिशा में उठाया गया है। जल्द ही शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदेशभर के विद्यालयों में पढ़ाई जा रही पाठ्य-पुस्तकों की चेकिंग के लिए विशेष उड़नदस्ते गठित किए जाएंगे।
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