इशिका ठाकुर,करनाल :
पोर्टल पर आई शिकायतों के निपटान तथा फसलों की गिरदावरी को लेकर की समीक्षा, अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश।
उपायुक्त अनीश यादव ने जिला के किसानों से 15 फरवरी 2023 तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाने का किया आह्वान, कृषि विभाग की ओर सेे गांवों में किसानों की जागरूकता के लिए लगाए जाएंगे कैम्प।
किसानों की सुविधा के लिए जागरूकता कैम्प लगाए जाए
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की एसीएस सुमिता मिश्रा ने शुक्रवार को जिलों के साथ वीडियो कांफ्रैंस कर कहा कि करनाल प्रदेश के उन जिलों में शामिल है, जहां मेरी फसल – मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अधिक से अधिक किसानों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। इसके लिए उन्होंने यहां के उपायुक्त सहित अन्य अधिकारियों की सराहना की। बता दें कि जिला में अब तक 46955 किसानों ने 3 लाख 75 हजार 448 एकड़ में रबी सीजन 2022-23 के लिए बोई गई विभिन्न फसलों का रजिस्टे्रशन करवा लिया है, जोकि कुल क्षेत्र का 84.4 प्रतिशत है। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले में शत-प्रतिशत रजिस्ट्रेशन करवाना सुनिश्चत करें, इसके लिए गांवों में किसानों की सुविधा के लिए जागरूकता कैम्प लगाए जाए।
अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि फसलों का रजिस्टे्रशन सबसे महत्वपूर्ण है, रजिस्टे्रशन होने के बाद ही किसान की फसल खरीदी जाएगी। सही-सही रजिस्ट्रेशन से जिला में कितने एरिया में कौन सी फसल है, उसका डाटा भी सरकार के पास आएगा, जिससे फसलों की खरीद के उचित प्रबंध सुनिश्चित होंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इसके साथ-साथ मेरी फसल – मेरा ब्यौरा रजिस्टेशन को लेकर जिलों में जितनी भी शिकायतें लंबित हैं उनको तुरंत निपटाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार गिरदावरी का कार्य राजस्व व कृषि विभाग की संयुक्त टीम द्वारा किया जाना है। पटवारी घर बैठकर यह काम न करें बल्कि खेतों में जाकर गिरदावरी करें ताकि फसलों का डाटा मिस मैच न हो। इस काम को भी सीजन से पहले निपटा लें। गेहूं खरीद के लिए मंडी में मार्किटिंग बोर्ड के कर्मचारी को उचित प्रशिक्षण हो और शिकायतों के त्वरित निपटान के लिए जिलों में उच्च स्तर के अधिकारी की ड्यूटी लगाई जाए।
वीसी के समापन पर उपायुक्त अनीश यादव ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेरी फसल – मेरा ब्यौरा के काम में टैगिंग का काम सही-सही होना चाहिए, तहसीलदार, पटवारी इसे चैक करेंगे। इसी प्रकार इसके तहत जो भी शिकायतें आती हैं, उनको समय-समय पर दूर करें। उपायुक्त ने जिला के किसानों से 15 फरवरी 2023 तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाने का आह्वान किया है। किसानों को अपनी फसल की एमएसपी पर बिक्री के लिए व अन्य योजनाओं का लाभ उठाने के लिए इस पोर्टल पर फसलों का पंजीकरण करवाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि जिला में बड़ी संख्या में किसान पोर्टल पर अपना पंजीकरण करा चुके हैं। अन्य किसान अपने मोबाईल अथवा अटल सेवा केन्द्र के माध्यम से अपनी फसलों का पंजीकरण करवा सकते हैं। किसान रबी सीजन 2022-23 के लिए इस पोर्टल पर गेंहू, सरसों, दलहन, सूरजमुखी, चना और जौ का पंजीकरण करवा सकते हैं। इन फसलों की एमएसपी पर बिक्री के लिए पंजीकरण अनिवार्य है।
किसान फसल डॉट हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पोर्टल पर जाकर अपनी फसलों का पंजीकरण करवा सकते हैं
उपायुक्त ने बताया कि इस पोर्टल के माध्यम से किसानों की फसलों की बुआई से लेकर मंडियों में बिक्री तक मदद मिलेगी। इसके अलावा प्राकृतिक आपदाओं के कारण क्षतिग्रस्त हुई फसल के मुआवजे एवं अन्य योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसानों को बोई हुई फसल का नाम, खेती का रकबा, फसली महिना, बैंक खाता संख्या एवं मोबाईल नम्बर जैसी अनिवार्य जानकारी ऑनलाईन पोर्टल पर दर्ज करनी होगी। किसान अपने हलका पटवारी से मिलकर अपने खेत के सही किला नम्बर सही फसल दर्ज करवाएं ताकि भविष्य में किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही है विभिन्न योजनाओं को भी इस पोर्टल के माध्यम से भी लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि किसान फसल डॉट हरियाणा डॉट जीओवी डॉट इन पोर्टल पर जाकर अपनी फसलों का पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके अलावा किसान ऑनलाइन या नजदीकी अटल सेवा केंद्र पर जाकर पंजीकरण करवा सकते हैं। इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के टोल फ्री नंबर 1800-180-2117 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी श्याम लाल, उप कृषि निदेशक डा. आदित्य डबास व एएसओ अशोक कुमार मौजूद रहे।
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