Aaj Samaj (आज समाज),पानीपत: सीआईए टू पुलिस टीम ने असंध रोड नाका के पास एक युवक को अवैध देसी पिस्तौल व जिंदा रौंद सहित गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर असला सप्लायर को यूपी के बागपत के सराय मोड़ से काबू किया। सीआईए टू प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र ने बताया कि उनकी टीम को मंगलवार देर शाम गश्त के दौरान गुप्त सूचना मिली थी की संदिग्ध किस्म का एक युवक असंध रोड नाका के नजदीक नहर पुल पर वाहन के इंतजार में खड़ा है। युवक के पास अवैध हथियार होने की संभावना है। पुलिस टीम ने सूचना को पुख्ता मानते हुए मौके पर दबिश दी तो नहर पुल पर खड़ा युवक पुलिस टीम को देखकर भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए कुछ कदमों पर ही युवक को काबू कर तलाशी ली तो उसकी पहनी हुई पेंट की जेब से अवैध एक देसी पिस्तौल बरामद हुआ। पिस्तौल को खोलकर जांच की तो लोडेड मिला। पुलिस टीम ने पिस्तौल को अनलोड कर कब्जा पुलिस में लेकर आरोपी से पूछताछ की तो उसने अपनी पहचान मोंटी पुत्र राजबीर निवासी मलार जींद के रूप में बताई।
आरोपी के खिलाफ पहले भी हत्या, हत्या का प्रयास व अवैध हथियार रखने के दर्ज है मुकदमे
आरोपी मोंटी के खिलाफ थाना पुराना औद्योगिक में आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर पूछताछ की तो आरोपी का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड होना पाया गया। आरोपी के खिलाफ जिला सोनीपत के गोहाना थाना में हत्या का व जींद के सफीदों व पिल्लूखेड़ा थाना में हत्या का प्रयास व अवैध हथियार रखने का मुकदमा दर्ज है। उक्त मामलों में आरोपी एक महीना पहले जिला जींद जेल से बेल पर बाहर आया था। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया उसकी गांव में रंजिश चल रही है। रंजिश के चलते वह कुछ दिन पहले उक्त देसी पिस्तौल व जिंदा रौंद यूपी के गाजियाबाद जिला के सुराना गांव निवासी तरुण से 10 हजार रुपए में खरीद कर लाया था।
आरोपी मोंटी को 10 हजार रुपए में बेचने बारे स्वीकारा
इंस्पेक्टर नरेंद्र ने बताया कि पुलिस टीम ने आरोपी मोंटी की निशानदेही पर असला सप्लायर आरोपी तरुण पुत्र अशोक निवासी सुराना गाजियाबाद यूपी को बागपत सराय मोड़ यूपी से काबू किया। पुलिस पूछताछ में आरोपी तरूण ने यूपी में एक अज्ञात ट्रक चालक से उक्त देसी पिस्तौल व जिंदा रौंद 5 हजार रुपए में खरीद कर आरोपी मोंटी को 10 हजार रुपए में बेचने बारे स्वीकारा। पुलिस ने पूछताछ के बाद बुधवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया।