नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव 2019 पूरा हो गया। इस बार डूसू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का वर्चस्व रहा। चार पदों में से अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव समेत तीन पदों पर कब्जा जमा लिया। जबकि नेशनल स्टूडेंट यूनियन आॅफ इंडिया (एनएसयूआई) को बस एक सचिव पद ही मिल सका। जानकारी के अनुसार, गुरुवार को संपन्न हुए डूसू चुनाव में आरएसएस और भाजपा समर्थित एबीवीपी सभी चारों सीटों में से तीन पर शानदार जीत दर्ज की है। इस बार एबीवीपी ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव समेत तीन पदों पर कब्जा जमाया है। वहीं सचिव पद एनएसयूआई के खाते में गया है। डूसू चुनाव के लिए गुरुवार को मतदान हुआ था। इस दौरान मतदान में 1.3 लाख छात्र.छात्राओं में से 39.90 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। पिछले साल की तुलना में इस बार करीब पांच प्रतिशत कम मतदान हुआ। पिछले चुनाव में भी एबीवीपी ने चार में से तीन सीटों पर विजय हासिल की थीं, जबकि एनएसयूआई एक पर जीती थी। एबीवीपी के अक्षित दहिया अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे। उनका मुख्य मुकाबला एनएसयूआई की चेतना त्यागी से था। वामपंथी समर्थित आईसा की दामिनी कैन और एसआईडीएसओ से रोशनी भी अध्यक्ष पद के लिए मैदान में थीं। एबीवीपी ने प्रदीप तंवर (उपाध्यक्ष), योगिता राठी (सचिव) और शिवांगी खेरवाल (संयुक्त सचिव) को चुनाव मैदान में उतारा था। एनएसयूआई की तरफ से अंकित भारती उपाध्यक्ष, आशीष लांबा सचिव और अभिषेक चपराना संयुक्त सचिव पद के लिए मैदान में थे।