नई दिल्ली। इस साल का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार भारतीय अमेरिकी अभिजीत बनर्जी को दिया गया है। उन्हें यह पुरस्कार उनकी पत्नी फ्रांस की एस्थर डुफ्लो और अमेरिका के माइकल क्रेमर के साथ दिया गया है। यह नोबल पुरस्कार ‘वैश्विक स्तर पर गरीबी उन्मूलन के कामों को करने के लिए दिया गया है। अभिजीत बनर्जी 58 वर्ष के हैं और उन्होंने भारत में कलकत्ता विश्वविद्यालय और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई की। इसके बाद 1988 में उन्होंने हावर्ड विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि हासिल की। सोमवार को नोबेल समिति ने तीनों को अर्थशास्त्र का नोबल पुरस्कार देने की घोषणा की गई। आपको बता दें कि अभिजीत बनर्जी भारतीय मूल के हैं। इनके पिता दीपक बनर्जी बड़े अर्थशास्त्री रहे हैं। दीपक बनर्जी को भी पिछले साल नोबल पुरस्कार के लिए नामित किया गया था। पिछले साल भी नोबेल के लिए नामित हुए थे। उन्होंने गरीबी उन्मूलन के लिए शोध किया और किताबें लिखीं। बता दें कि उन्होंने 2019 के कांग्रेस के घोषणापत्र में गरीबी उन्मूलन से जुड़ी योजनाओं का खाका तैयार करने में अहम भूमिका निभाई। अभिजीत की किताब जगरनॉट जल्द आने वाली है।