आज समाज, नई दिल्ली: Aashram 3 Part 2 Review: वेब सीरीज एक बदनाम… आश्रम 3 पार्ट 2 लोगों को बेसब्री से इंतजार था, यह 26 फरवरी 2025 को रिलीज हो गई। आश्रम 3 पार्ट 2 भी इसी सिलसिले को आगे बढ़ाता है, जहां बाबा निराला (बॉबी देओल) की सत्ता डगमगाने लगती है
और पम्मी पहलवान (आदिति पोहनकर) अपने बदले की आग में पूरी गद्दी को हिला देती है। यह सीजन ड्रामा, सस्पेंस और ट्विस्ट से भरपूर है, जो दर्शकों को अंत तक बांधे रखता है। चलिए आइए जानते हैं इस सीरीज के बारे में विस्तार से।
पम्मी को भेज दिया जाता है जेल में…
सीजन 3 पार्ट 2 की कहानी वहीं से शुरू होती है, जहां पहला पार्ट खत्म हुआ था। पम्मी ने बाबा के खिलाफ कानूनी जंग शुरू कर दी है लेकिन बाबा चालाकी से खुद को निर्दोष साबित करवा लेता है। उल्टा, पम्मी को जेल भेज दिया जाता है।
पम्मी ने चली तगड़ी चाल
हालांकि, पम्मी हार मानने वालों में से नहीं है। वह खुद को जेल से छुड़वाने और बाबा को हराने के लिए एक नई चाल चलती है। इस बार वह बाबा से सीधा टकराने के बजाय उसकी सबसे बड़ी ताकत – भोपा स्वामी (चंदन रॉय सान्याल) को ही अपने चुंगल में फंसा लेती है।
कहानी में जबरदस्त ट्विस्ट…
कहानी में जबरदस्त ट्विस्ट तब आता है जब बाबा निराला खुद भोपा और पम्मी को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लेता है। इसके बाद बाबा अपने ही सबसे भरोसेमंद साथी भोपा का ‘शुद्धिकरण’ करवाने का फैसला लेता है। लेकिन यही उसकी सबसे बड़ी गलती साबित होती है, जिससे उसके पतन की शुरुआत हो जाती है।
सब-इंस्पेक्टर उजागर सिंह (दर्शन कुमार) भी बाबा के खिलाफ सबूत जुटाने में जुटा हुआ है। उसे पता चलता है कि बाबा निराला उर्फ मोंटी ने किस तरह से असली बाबा मनसुख की गद्दी हड़प ली थी।
आखिरकार, पम्मी और भोपा मिलकर बाबा से बदला लेने का फैसला करते हैं, और उसका अहंकार ही उसे उसके अंत की ओर ले जाता है।
बॉबी देओल – बाबा निराला के किरदार में बॉबी देओल ने एक बार फिर से शानदार अभिनय किया है। उनका अहंकारी, चालाक और निर्दयी रूप इस बार और भी ज्यादा खतरनाक नजर आता है।
आदिति पोहनकर – पम्मी पहलवान के किरदार में आदिति ने इस बार कमाल कर दिया है। वह पूरे सीजन का मुख्य आकर्षण बनी हुई हैं और उनका बदले की आग में जलता हुआ रूप दर्शकों को प्रभावित करता है।
चंदन रॉय सान्याल – भोपा स्वामी के रूप में उनका किरदार इस बार और भी दिलचस्प बना है। बाबा से अलग होने के बाद वह कहानी में एक नया मोड़ लेकर आते हैं।
दर्शन कुमार – इंस्पेक्टर उजागर सिंह के रूप में उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है।
अन्य कलाकार – त्रिधा चौधरी (बबिता), परीनीता सेठ (साध्वी माता) और अन्य कलाकारों ने भी अपने-अपने किरदारों को शानदार ढंग से निभाया है।