आज समाज डिजिटल,नई दिल्ली:
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास पर सीबीआई की छापेमारी के विरोध में शनिवार को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का आक्रोश सड़कों पर देखने को मिला। इस दौरान आप कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बता दें कि हाल ही में शराब नीति को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई ने छापेमारी की थी। मनीष सिसोदिया ने इसे राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा था कि यह भाजपा की केंद्र सरकार के इशारे पर ये हुआ है, भाजपा अरविंद केजरीवाल की लोकप्रियता से घबरा गई है।
सचिव की रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई जांच की सिफारिश
दरअसल एलजी ने दिल्ली के सचिव की एक रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। 8 जुलाई को यह रिपोर्ट भेजी गई थी। जिसमें पिछले साल लागू की गई आबकारी नीति पर सवाल उठाए गए थे। जिसमें आबकारी नीति (2021-22) बनाने और उसे लागू करने में लापरवाही बरतने के साथ ही नियमों की अनदेखी और नीति के कार्यान्वयन में गंभीर चूक के आरोप हैं। इसमें अन्य बातों के साथ-साथ निविदा को अंतिम रूप देने में अनियमितताएं और चुनिंदा विक्रेताओं को टेंडर के बाद लाभ पहुंचाना भी शामिल है।
शराब बेचने की वालों की लाइसेंस फीस माफ करने से सरकार को 144 करोड़ रुपये का नुकसान
रिपोर्ट में यह भी आरोप लगाया गया कि शराब बेचने की वालों की लाइसेंस फीस माफ करने से सरकार को 144 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। आबकारी मंत्री के तौर पर मनीष सिसोदिया ने इन प्रावधानों की अनदेखी की है। इससे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना ने 7 अगस्त को आबकारी नीति में भ्रष्टाचार और नीति लागू करने में बरती गई अनियमितताओं के आरोप में 11 अधिकारियों को निलंबित कर दिया। एलजी ने सतर्कता निदेशालय (डीओवी) की जांच रिपोर्ट को आधार बनाकर कार्रवाई की। उन्होंने पूर्व आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण (आईएएस) और तत्कालीन उपायुक्त आनंद कुमार तिवारी (दानिक्स) समेत सभी आरोपियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने की विजिलेंस को मंजूरी भी दी।