आज समाज डिजिटल,नई दिल्ली:
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने दिल्ली पुलिस को उत्तम नगर से आम आदमी पार्टी (आप) विधायक नरेश बाल्यान के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। बाल्यान पर कथित तौर से आरोप लगा है कि उनके निर्देश पर उनके विधानसभा क्षेत्र में हाथ से मैला ढोया जाता है। एनसीएससी के अध्यक्ष विजय सांपला ने एक बयान में कहा कि बाल्यान ने मानसून की तैयारियों के तहत नालों और सीवरों की सफाई वाली चार तस्वीरें शेयर की हैं।?
बयान में कहा गया है, इन तस्वीरों में स्पष्ट है कि नालों की सफाई हाथ से मैला ढोने के तरीके से की गई थी। सरकारी नियमों के अनुसार, सीवर और नालियों को इलेक्ट्रो-हाइड्रोलिक मशीनों से साफ किया जाना चाहिए।श् एक तस्वीर में, कुछ श्रमिकों ने अपने नीचे के कपड़े उतार दिए हैं और वे बिना सुरक्षा उपकरण के एक मैनहोल के पास खड़े हैं। उन्होंने प्रतिबंध के बावजूद इस तरह का काम करवाने के लिए विधायक पर केस दर्ज करने की मांग की है।
अनुसूचित आयोग ने दिल्ली पुलिस को दिया एफआईआर दर्ज करने का निर्देश
सांपला ने ट्वीट करते हुए लिखा, राजनेताओं को एससी समुदाय का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। उन्हें यह याद रखना चाहिए कि हाथ से मैला ढोना और सीवेजध्नालियों की हाथ से सफाई करना एक प्रतिबंधित प्रथा है। दिल्ली पुलिस को उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करके, मामले की जांच करनी चाहिए और तत्काल कार्रवाई की रिपोर्ट एनसीएससी को सौंपनी चाहिए। रमेश बाल्यान जोकि दिल्ली जल बोर्ड के भी सदस्य हैं, जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैनहोल की सफाई मशीन से की गई थी और श्रमिकों ने केवल खुदाई के मलबे को एक वाहन तक पहुंचाया था। सफाई देते हुए उन्होंने कहा, श्मुझे पता है कि हाथ से मैला ढोने पर प्रतिबंध है।
सफाई मशीन से की गई थी। श्रमिक मैनहोल के अंदर नहीं गए। वे केवल मैनहोल से निकाली गई सामग्री और ईंटों को ट्रक तक ले गए थे।श् उन्होंने कहा कि उन्हें एनसीएससी या दिल्ली पुलिस से कोई नोटिस नहीं मिला है। यदि मिलेगा तो मैं उसका उसी तरह से जवाब दूंगा। वहीं एमसीडी के एक अधिकारी ने स्वीकार किया है कि गहरी नालियों को साफ करने के लिए हाथ से सफाई करना जरूरी होता है क्योंकि वहां तक मशीनें नहीं पहुंच पाती हैं। अधिकारी ने कहा, हमारे पास ऐसे नालों की सीमित संख्या है। और इसके लिए श्रमिकों को नाले में प्रवेश करने की आवश्यकता नहीं है, हम उन्हें बैल माउथ से साफ करते हैं। जब भी श्रमिकों को नालों में प्रवेश करना होता है सभी आवश्यक सावधानियां बरती जाती हैं।