चुनाव में हार के बाद केजरीवाल और सिसोदिया की मुश्किल बढ़ा सकती है सीबीआई
Delhi News (आज समाज), नई दिल्ली। पिछले दो विधानसभा चुनाव में दिल्ली में शानदार प्रदर्शन करते हुए न केवल आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाई थी बल्कि दिल्ली की सत्ता का सहारा लेते हुए यह देश के अन्य राज्यों में भी चुनाव लड़ने में कामयाब रही थी। इसी सिलसिले में पार्टी ने पंजाब में भी बड़े मार्जिन से विधानसभा चुनाव जीते थे। दूसरी तरफ पिछले कुछ साल से आप की संसद में भी उपस्थिति उल्लेखनीय रही है।
इस विधानसभा चुनाव के साथ ही पार्टी के आंकड़े बदल गए हैं। न केवल आम आदमी पार्टी को दिल्ली में हार का सामना करना पड़ा बल्कि उसके दिग्गज नेता भी चुनाव हार गए। जिसके बाद पार्टी संगठन को इससे बहुत नुकसान हुआ। चुनाव में हार के बाद अब दिल्ली आप के दिग्गज नेताओं अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को दोबारा से जेल जाने का डर सता रहा है। दोनों नेता जमानत पर बाहर आए हुए हैं और आने वाले दिनों में इनकी मुश्किल बढ़ सकती है।
इस केस में बढ़ सकती है परेशानी
ज्ञात रहे कि कथित दिल्ली शराब घोटाले में आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किल बढ़ सकती है। सीबीआई की एक विशेष अदालत ने दिल्ली आबकारी मामले में शामिल सभी आरोपियों से कहा है कि वे उन दस्तावेजों की जांच उचित समय के भीतर पूरी कर लें, जिन पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भरोसा नहीं किया है। इससे आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से जुड़े हाई-प्रोफाइल राजनीतिक मामले में मुकदमा शुरू हो सके।
विशेष सीबीआई कोर्ट ने 3 फरवरी को आदेश दिया
विशेष सीबीआई कोर्ट ने 3 फरवरी को आदेश दिया कि बचाव पक्ष के वकीलों से अनुरोध है कि वे सुनिश्चित करें कि जिन दस्तावेजों पर भरोसा नहीं किया गया है, उनका निरीक्षण उचित समय के भीतर पूरा हो जाए ताकि मामले में आगे कार्रवाई की जा सके। यह आदेश तब पारित किया गया जब एजेंसी ने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मामले के अन्य 21 आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द मुकदमा शुरू किया जाना चाहिए।