ठंड में ज्यादा सर्दी-जुकाम क्यों होता है? कॉमन कोल्ड के 7 लक्षण

ठंड के मौसम में कॉमन कोल्ड के मामले बढ़ जाते हैं। यह तेजी से फैलने वाली बीमारी है, जो व्यक्ति के खांसने या छींकने से बढ़ती है।

वायरस का तेजी से फैलना: सर्दी-जुकाम के लिए जिम्मेदार राइनोवायरस और अन्य वायरस ठंडे और शुष्क वातावरण में अधिक सक्रिय रहते हैं।

भीड़भाड़ वाले स्थान: सर्दियों में लोग अधिकतर घर के अंदर रहते हैं, जहां वायरस तेजी से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैल सकते हैं।

शरीर की कमजोर प्रतिरोधक क्षमता: ठंड में शरीर का तापमान गिरने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है।

शुष्क हवा: सर्दियों में हवा शुष्क हो जाती है, जिससे नाक और गले की सुरक्षात्मक झिल्ली  कमजोर हो जाती है।

ठंडी हवा का असर: ठंडी हवा नाक और गले को प्रभावित करती है, जिससे वायरस शरीर में आसानी से प्रवेश कर सकते हैं।

हाथ धोने की कमी: सर्दियों में ठंडे पानी से बचने के लिए लोग हाथ धोने में आलस करते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है।

कॉमन कोल्ड के 7 लक्षण हैं- बार-बार छींक आना ,नाक से पानी बहना,गले में खराश, खाने में स्वाद न आना।, सिरदर्द, बुखार आना और उल्टी होना। 

इससे बचने लिए नाक, कान और मुंह को ठंडी हवाओं से बचाकर रखें क्योंकि शरीर में ठंड इन्हीं हिस्सों से ज्यादा प्रवेश करती है।