नईदिल्ली। भारत मेंएक ओर तो कोरोना वायरस महामारी की तबाही जारी है तो वहीं दूसरी ओर कोरोना से ठीक हो रहे लोग दूसरी महामारी ब्लैक फंगस की चपेट में आ रहे हैं। यह फंगस भी बहुत खतरनाक है। इसेम्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस से नाम से जाना जाता है। इसके जानलेवा होने के कारण लोगों मेंडर बैठ गया है। हालांकि ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए सरकार की ओर से तैयारियां तेज की जा रही हैं। इस समय इस बीमारी के लगभग नौ हजार मामले सामने आ चुके हैंऔर ज्यादातर राज्यों ने इस बीमारी को महामारी घोषित किया है। इस बीच केंद्र सरकार ने राज्यों की इस बीमारी से लड़ने में मदद के लिए ब्लैक फंगस की दवा एम्फोटेरिसिन-बी की कुल 23680 अतिरिक्त वायल आवंटित किए हैं।
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा नेआज इस जानलेवा बीमारी सेविभिन्न शनिवार को विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस के इलाज के एम्फोटेरिसिन-बी की 23,680 अतिरिक्त शीशियों दी गर्इं। कोरोना वायरस महामारी के बाद अब भारत मेंब्लैक फंगस महामारी सेजूझ रहे हैं। ब्लैक फंगस केसबसेअधिक मामले गुजरात से सामने आए हैं। यहां इस फंगस से निपटनेकेलिए तैयारी तेज कर दी गई है। गुजरात में अब तक 2281 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। जबकि महाराष्ट्र मेंभी ब्लैक फंगस के मामले2000 पार कर गया है। इसके अलावा, आंध्र प्रदेश, में 910, मध्य प्रदेश में 720, राजस्थान में 700 और तेलंगाना में 350 ब्लैक फंगस के केस मिले हैं।