चंडीगढ़ नकली शराब के कारण घटी दुखद घटना के संबंध में शनिवार को 7 मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के निर्देश पर आबकारी एवं कर विभाग के 7 तथा पंजाब पुलिस के 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। इस घटना में तीन जिलों तरनतारन, अमृतसर ग्रामीण और गुरदासपुर में अब तक 86 व्यक्तियों की जान जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए ऐक्स-ग्रेशिया मुआवजा देने की भी घोषणा की है। इनमें अधिकतर तरनतारन से संबंधित हैं, जहां 63 मौतें हुई हैं जबकि अमृतसर ग्रामीण में 12 और गुरदासपुर (बटाला) में 11 मौतें हुई हैं। अपने फेसबुक लाइव कार्यक्रम ‘कैप्टन को सवाल’ की 13वीं कड़ी के दौरान मुख्यमंत्री ने 3 आबकारी एवं कर अधिकारियों (ईटीओज) के निलंबन की घोषणा की, लवजिंदर बराड़ (गुरदासपुर), एसएस चाहल (अमृतसर )और मधुर भाटिया (तरनतारन) शामिल हैं। इसी तरह निलंबित किए गए आबकारी एवं कर इंस्पेक्टरों में रवि कुमार (बटाला सिटी), गुरदीप सिंह (जंडियाला) और पुखराज सिंह (फतेहाबाद) और हितेश प्रभाकर (तरनतारन सिटी) शामिल हैं।
ड्यूटी में कोताही बरतने के आरोप में निलंबित किए पुलिस अधिकारियों में डीएसपी जंडियाला (अमृतसर ग्रामीण) और डीएसपी सब-डिवीजन तरनतारन के अलावा थाना तरसिक्का (अमृतसर ग्रामीण), सिटी बटाला (बटाला पुलिस जिला), थाना सदर तरनतारन और थाना सिटी तरनतारन के एसएचओ शामिल हैं। कैप्टन ने कहा कि इस मामले में किसी भी सरकारी कर्मचारी या अन्य की मिलीभगत सामने आने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने नकली शराब बनाने और बेचने को रोकने में पुलिस व आबकारी विभाग की नाकामी को शर्मनाक करार दिया।
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को इस दुखद घटना, जिसमें बहुत से परिवार बर्बाद हो गए हैं, का सियासीकरण न करने की अपील करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि अकाली-भाजपा के शासनकाल सहित पहले भी ऐसे मामले घट चुके हैं। साल 2012 और साल 2016 में क्रमश: गुरदासपुर और बटाला में भी ऐसी ही घटनाएं घटी थीं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि कोविड या नाजायज शराब पीने से एक भी पंजाबी की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए हर पंजाबी की जिंदगी महत्वपूर्ण है।’
Sign in
Welcome! Log into your account
Forgot your password? Get help
Password recovery
Recover your password
A password will be e-mailed to you.