- डीसी राहुल हुड्डा ने अधिकारियों को बैठक में पूछा, थोड़ी सी बारिश में भी शहर की सड़के जलमग्र क्यूं ? तुरंत करें पानी के निकासी की व्यवस्था
प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
डीसी राहुल हुड्डा ने अधिकारियों से पूछा कि थोड़ी सी बारिश के बाद भी शहर में जल भराव की स्थिति क्यूं, जल निकासी के सम्बंधित विभाग ने अभी तक कितने प्रबंध किए है। शहर के लोग बारिश के बाद घण्टों पानी के निकलने का इंतजार करते है परंतु अधिकारियों के पास इसकी व्यवस्था के लिए क्या है?
बारिश में भी शहर की सड़के जलमग्र क्यूं
डीसी राहुल हुड्डा मंगलवार को नगर निगम, पीडब्ल्यूडी व सिंचाई विभाग के अधिकारियों की शहर में पानी की निकासी को लेकर बैठक कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि गत दिनों शहर में थोड़ी से बारिश हुई सारा शहर की सड़के जलमग्र हो गई। लोग पानी के निकलने का इंतजार करते रहे परंतु हमारे पास ऐसी कोई व्यवस्था नही इसके लिए नगर निगम व सिंचाई विभाग ने क्या प्रबंध किए है?
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि स्ट्राम वॉटर की निकासी की क्षमता कम होने के कारण बारिश के दिनों में ऑवरफ्लो की स्थिति बन जाती है जिसके कारण कई बार सड़को पर पानी आ जाता है। इसके लिए उपायुक्त ने निर्देश दिए कि तुरंत इसका प्रबंध किया जाए और पानी को बचाने के लिए शहर में अधिक से अधिक रैन हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की व्यवस्था की जाए ताकि बारिश का पानी बचाया जा सकें और जरूरत के अनुसार इस पानी का प्रयोग किया जा सकें।
सड़क बनाने से पहले सिवरेज का काम पूरा करें
उपायुक्त ने कहा कि तीनों विभागों के अधिकारियों को संयुक्त रूप से एक मास्टर प्लान बनाना होगा जिससे कम समय में अधिक कार्य होगा। यदि मास्टर प्लान नही होगा तो सरकार का पैसा खराब करने की कोई जरूरत नही है। सिंचाई विभाग सड़क बनाने से पहले सिवरेज का काम पूरा करें और आपसी तालमेल रखे ताकि सड़क न तोडऩी पड़े। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता से कहा कि वह सड़कों का सुधारीकरण करें, जिन सड़कों पर गढे है उन गढ्ढो का भरे। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने सड़को के निर्माण व सुधारीकरण के लिए प्रत्येक विधानसभा में 25-25 करोड़ रुपये दिए है। जिले में 4 विधानसभाएं है। उन्होंने कहा कि जो भी सड़के बहुत जरूरी है पहले उनको इस राशि से ठीक किया जाए।
85 प्रतिशत सड़कों का सुधारीकरण
पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता नवीन खत्री ने बताया कि सरकार द्वारा भेजे गए 100 करोड़ रुपये में जिले की 85 प्रतिशत सड़कों का सुधारीकरण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जगाधरी से यमुनानगर की सड़क का अगले माह में ही काम पूरा हो जाएगा। इस अवसर पर नगर निगम के आयुक्त आयुष सिन्हा ने उपायुक्त को आश्वासन दिलाया कि शीघ्र ही शहर में पानी की निकासी को लेकर संयुक्त रूप से काम करने के लिए मास्टर प्लान बनाया जाएगा। मास्टर प्लान के तहत ही काम किए जाएगे। इसके लिए उपायुक्त ने योग्य अधिकारी व कर्मचारी की टीम गठन करने के निर्देश दिए।
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