स्टॉक रजिस्टर से लेकर इलेक्ट्रॉनिक मशीनों के रिकॉर्ड में कई अनियमितताएं मिली
Sonipat News (आज समाज) सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत में एक डिपो होल्डर एक ही लाइसेंस पर 7 राशन डिपो चला रहा था। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम ने राशन डिपो पर रेड की। रेड के दौरान राशन डिपो पर कई अनियमितताएं मिली है। टीम ने राशन डिपो को कब्जे में ले लिया है। साथ ही जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है।

डिपो संचालक द्वारा दो अलग-अलग गांवों में राशन की दुकानें चलाई जा रही थी। जबकि नियम के अनुसार एक लाइसेंस पर केवल एक ही डिपो संचालित किया जा सकता है। छापेमारी बुधवार देर रात गांव पबसरा में स्थित राशन डिपो पर की गई। विभाग ने जब मौके पर स्टॉक का मिलान किया तो भारी मात्रा में राशन सामग्री गायब मिली।

जयप्रकाश नामक डिपो धारक के खिलाफ मिली थी शिकायत

खाद्य आपूर्ति विभाग की टीम को सूचना मिली थी कि एक डिपो धारक नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एक ही लाइसेंस के जरिए दो गांवों में सात स्थानों पर राशन वितरण कर रहा है। इसी के आधार पर खाद्य आपूर्ति निरीक्षक नवीन पालीवाल और उप निरीक्षक मंजीत अपनी टीम के साथ गांव पबसरा पहुंचे और जयप्रकाश नामक डिपो धारक के खिलाफ छापेमारी की।

एक लाइसेंस पर केवल एक डिपो किया जा सकता है संचालित

जांच के दौरान टीम ने पाया कि डिपो धारक दो इलेक्ट्रॉनिक मशीनों की सहायता से सात अलग-अलग स्थानों पर राशन वितरण कर रहा था, जबकि विभागीय नियम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि एक लाइसेंस पर केवल एक डिपो संचालित किया जा सकता है। इससे न केवल वितरण व्यवस्था प्रभावित हो रही थी, बल्कि राशन के गबन की संभावनाएं भी बढ़ रही थीं।

35.64 क्विंटल गेहूं, 31 किलोग्राम चीनी और 272 लीटर तेल मिला कम

टीम ने जब स्टॉक रजिस्टर और मशीनों के रिकॉर्ड का मिलान किया तो कई खामियां सामने आईं। डिपो पर जो स्टॉक मौजूद था, वह मशीनों के हिसाब से मेल नहीं खा रहा था। जांच में सामने आया कि 35.64 क्विंटल गेहूं, 31 किलोग्राम चीनी और 272 लीटर तेल कम पाया गया। वहीं 3.62 क्विंटल बाजरा तय मानक से अधिक मिला, जिससे राशन के हेरफेर की आशंका और प्रबल हो गई।

रिपोर्ट जिला कार्यालय भेजी

खाद्य आपूर्ति इंस्पेक्टर नवीन पालीवाल ने बताया, हमें सूचना मिली थी कि डिपो धारक नियमों का उल्लंघन कर एक लाइसेंस से दो गांवों में राशन बांट रहा है। मौके पर पहुंचकर जब जांच की गई तो दो इलेक्ट्रॉनिक मशीनें मिलीं और स्टॉक में भारी गड़बडिय़ां पाई गईं। विभागीय निर्देशों के अनुसार एक लाइसेंस पर केवल एक ही डिपो संचालित किया जा सकता है। हमने पूरी रिपोर्ट तैयार कर जिला कार्यालय को भेज दी है।

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