चंडीगढ़। सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज की रिपोर्ट के अनुसार देश के गत लोकसभा चुनाव पर चुनाव आयोग द्वारा करीब 3870 करोड़ की राशि खर्च की हुई है और राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों की मानें तो तो साल 2014 में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में 30 से 35 करोड़ के बीच में राशि खर्च हुई थी। हरियाणा में 90 सीट पर चुने वाले विधायकों की इस प्रक्रिया पर अबकी बार पिछली बार की तुलना में करीब दोगुना यानि करीब 60 करोड़ का खर्च आना तय है।
जरूरत के अनुसार इसमें थोड़ा बहुत बदलाव हो सकता है। चुनावों व अपनी अन्य जरूरतों के लिए करीब 180 करोड़ रुपए का बजट चुनाव आयोग ने अपनी तरफ से तैयार कर रखा है। गत लोकसभा चुनावों पर काफी खर्च आया था। अधिकारियों के अनुसार फिलहाल यहां 55 करोड़ राशि तो चुनाव आयोग के खजाने में पहले से ही है। आयोग के पास उपरोक्त 55 करोड़ के अलावा 125 करोड़ की राशि सेंक्शन हो चुकी है जो विधानसभा चुनाव के अलावा कई अन्य जरूरतों पर खर्च की जाएगी। बता दें गत लोकसभा चुनाव में भी जमकर पैसा खर्च हुआ था। उपरोक्त जानकारी से साफ है कि चुनाव का आयोजन राज्य के खजाने पर भारी पड़ने वाला है। इसके साथ-साथ चुनाव आयोग ने मैदान में उतरे कैंडिडेट्स के चुनावी खर्च को भी तय कर दिया है। कोई भी कैंडिडेट्स 28 लाख से ज्यादा की राशि चुनाव पर खर्च नहीं कर पाएगा। अगर कोई कैंडिडेट्स खर्च का ब्यौरा नहीं देता व इससे ज्यादा की राशि खर्च करता है तो उस पर चुनाव आयोग कड़ा संज्ञान लेगा।
डॉ. रविंद्र मलिक