आज समाज डिजिटल, अम्बाला:
550 Years Old Lord Shiva Temple: अम्बाला-जालंधर रोड राजपुरा से करीब आठ किलोमीटर दूर बसे गांव नलास में बना यह शिव मंदिर 550 वर्ष पुराना प्राचीन है। पंजाब के राजपुरा का प्राचीन शिव मंदिर नलास की। यहां हर साल महाशिवरात्रि पर तीन दिवसीय मेला लगता है और इस मेले में लाखों लोग मन्नत मांगने के लिए आते हैं। जहां शिवलिंग खुद प्रकट हुआ था। हीं माना जाता है कि यहां आकर मांगी गई कोई भी मुराद खाली नहीं जाती।
नलास में है भगवान शिव मंदिर 550 साल पुराना 550 Years Old Lord Shiva Temple
मान्यता है कि यहां स्वयं शिवलिंग प्रकट हुआ था। किवंदती है कि गांव नलास में एक गुज्जर के पास कपिला गाय थी। वह जंगल में चरने जाती और घर वापस आने से पहले एक झाड़ी के पीछे जाने से उसका दूध अपने आप बहना शुरू हो जाता था। वह थन खाली होने के बाद ही वापस घर आती। 550 Years Old Lord Shiva Temple एक दिन गाय के मालिक गुज्जर ने क्रोध में आकर उस झाड़ी की खुदाई आरंभ कर दी। खुदाई करते समय वहां एक कस्सी के प्रहार से खून की धारा बह निकली, और खुदाई करने पर वहां शिवलिंग निकला। कहा जाता है कि उस समय वट वृक्ष के नीचे स्वामी कर्मगिरी तपस्या कर रहे थे। 550 Years Old Lord Shiva Temple उनकी तपस्या भंग हो गई तो उन्होंने उस वक्त के महाराजा पटियाला कर्म सिंह को सारी बात बताकर खुदाई करवाई तो शिवलिंग प्रकट हुआ। संवत 1592 में महाराजा पटियाला ने यहां मंदिर बनवाया व कर्मगिरी को मंदिर का महंत नियुक्त किया गया।
मंदिर में 140 फीट उंचा त्रिशूल स्थापित 550 Years Old Lord Shiva Temple
मंदिर के प्रांगण में 140 फीट ऊंचा त्रिशूल स्थापित किया गया है। मंदिर के मुख्य सेवादार महंत इंद्र गिरी महाराज व महंत लाल गिरी महाराज ने बताया कि शुद्ध स्टील से बने इस त्रिशूल को स्थापित करने के लिए क्रेन की मदद ली गई। इसी स्थान पर भगवान शिव की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है।(Lord Shiva Temple In Nalas Is 550 Years Old) उन्होंने बताया कि मंदिर प्रांगण में लगे 500 वर्ष पुराने बोहड़ के वृक्ष पर जो भी शिव भक्त लाल धागा (मौली) बांधकर मन्नत मानता है तो भोले बाबा उसकी इच्छा अवश्य पूरी करते हैं।
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