पटना। पटना समेत बिहार के कई हिस्सो में भारी बारिश ने बाढ़ के हालातों को और विकट बना दिया है। वहां स्थिति गंभीर बनी हुई है। अब तक बारिश और बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या 42 हो गई है। यहां तक कि आम जनता समेत नेताओं के घर तक पानी भरा हुआ है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को भी रेस्क्यू टीम ने तीन दिन बाद बाहर निकाला। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि अगले 24 घंटे के भीतर पटना से पानी निकाल दिया जाएगा। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने बिहार में बाढ़ की स्थिति को गंभीर बताते हुए राज्य को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। रेड्डी ने कहा कि एनडीआरएफ की टीम बिहार सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है और अगर जरूरत पड़ी तो अन्य अर्द्धसैनिक बल रवाना होने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा हैं।
मेरे सहयोगी नित्यानंद राय गृह मंत्रालय में मामले को देख रहे हैं। बिहार के साथ ही कर्नाटक में भी स्थिति गंभीर है। एनडीआरएफ की 20 टीमों को राज्य में तैनात किया गया है। इनमें करीब 900 बचावकर्ता शामिल हैं। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि छह टीमों को पटना में तैनात किया गया है, जहां बीते तीन दिन में भारी बारिश हुई है और पानी भर गया है। बचाव एवं राहत अभियान में भारतीय वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों को भी तैनात किया गया है। इसके साथ ही विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बाढ़ की स्थिति पर चिंता जाहिर की। कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि राज्य एवं केंद्र सरकार को कम से कम इंसानियत के लिए राहत बचाव कार्य में तेजी लानी चाहिए। शक्ति सिंह ने संवाददाताओं से कह कि बिहार खासकर पटना की जो हालत हुई है उसे देखने के बाद इंसानियत वाले किसी भी व्यक्ति को नींद नहीं आएगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं से लोगों की मदद करने की अपील की।