Faridabad News: हाथरस में हुई भगदड़ में हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत

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हाथरस में हुई भगदड़ में हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत
हाथरस में हुई भगदड़ में हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत

Faridabad News (आज समाज) फरीदाबाद: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में हरियाणा की 4 महिलाओं की मौत हुई। 3 महिलाएं फरीदाबाद और 1 पलवल की थी। फरीदाबाद की मृतक महिलाओं की पहचान लीला और सरोज निवासी राम नगर और तारा निवासी संजय कॉलोनी के रूप में हुई है। तीनों के शव बुधवार को उनके घर पहुंचे। यह सभी महिलाएं 1 जुलाई को बस में सत्संग सुनने हाथरस गईं थी। पलवल की कृष्णा कॉलोनी की रहने वाली चंद्रवती गाड़ी में सत्संग सुनने गई थी, लेकिन भगदड़ में जान चली गई। महिला का बेटा भी ईको गाड़ी में सवारी लेकर सत्संग में गया था। वहीं जान बचाकर लौटी महिला ने कहा कि सत्संग में बाबा जाने लगे तो पानी छिड़का गया। जिसके बाद मिट्टी लेने गए लोग कीचड़ में फिसल गए। यही नहीं वहां पर सोने और चांदी के आभूषण छीनने के लिए धक्कामुक्की हुई। जिसके बाद भगदड़ मची। फरीदाबाद की मृतक महिलाओं के परिजनों वीरपाल गौतम और प्रेम चंद ने बताया कि परसों भोले बाबा के सत्संग के चलते यहां से एक बस 50-60 लोगों को लेकर गई थी। सत्संग में भगदड़ मचने के चलते बहुत लोगों की मौत हुई है। जिनमें उनके परिवार की महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने भोले बाबा पर कार्रवाई करने की मांग की है। परिजनों ने कहा कि यह सत्संग 50 हजार लोगों के लिए आयोजित किया गया था, लेकिन वहां एक लाख से ज्यादा लोग पहुंच गए। इसके लिए इंतजाम पुख्ता नहीं थे। वहीं एक महिला रुकमणी ने कहा कि इसमें हरि परमात्मा या किसी का कसूर नहीं है। यह भगवान की मर्जी थी। किसी पर उंगली उठाना ठीक नहीं। भोले बाबा के सत्संग के लिए पलवल से दो गाड़ियों में महिलाएं गई थी। इसमें कृष्णा कॉलोनी निवासी 58 वर्षीय चंद्रवती भी शामिल? थी, जिसको भगदड़ में मौत हो गई। चंद्रवती के बेटे कुलदीप ने बताया कि वह भी अपनी ईको गाड़ी में सत्संग के लिए पलवल से सवारी लेकर गया था। भगदड़ मचने पर मां को फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठाया। इसके बाद उसने दूसरी गाड़ी के ड्राइवर धर्मेंद्र से फोन पर बात की। क्योंकि मां चंद्रवती उसी की गाड़ी में सत्संग में शामिल होने गई थी। धर्मेंद्र ने बताया कि दो महिलाएं अभी तक गाड़ी तक नहीं पहुंची हैं। जिनमें चंद्रवती (आपकी मां) भी शामिल है। दोनों जब वहां खोजबीन करने के बाद अस्पताल में पहुंचे तो वहां भी उन्हें चंद्रवती नहीं मिली।