एजेंसी,नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को सभी मंत्रालयों से अगली चार तिमाहियों के लिए पूंजीगत व्यय की विस्तृत योजनाएं पेश करने को कहा है ताकि खर्च बढ़ाकर आर्थिक गतिविधियों को तेज किया जा सके। वित्त मंत्री ने चुंनिदा मंत्रालयों के साथ बैठक के बाद यह भी कहा कि सरकारी विभाग सभी बकायों को समय से चुकता करेंगे। उन्होंने कहा, “सभी मंत्रालयों से अगली चार तिमाहियों के लिए पूंजीगत व्यय की विस्तृत योजनाएं पेश करने को कहा गया है ताकि खर्च बढ़ाकर आर्थिक गतिविधियों को तेज किया जा सके। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार पूंजीगत व्यय योजनाओं को लेकर बैठने के पक्ष में नहीं, ऐसे व्यय को योजनानुसार जारी रखने का लक्ष्य रखा गया है। कर छूट के बीच व्यय को लक्ष्य के अनुसार बनाए रखने के सवाल पर निर्मला सीतारमण ने कहा, राजकोषीय घाटे आंकड़ों का समाधान बाद में निकाला जाएगा।सीतारमण शनिवार को लोक उपक्रमों के साथ बैठक कर पूंजीगत व्यय योजनाओं की समीक्षा करेंगी।
व्यय सचिव जी.सी.मुर्मू ने कहा कि बुनियादी संरचना क्षेत्र के ज्यादातर मंत्रालयों ने चालू वित्त वर्ष के लिये पूंजीगत खर्च के लक्ष्य का 50 प्रतिशत खर्च पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि पूंजीगत खर्च सही रास्ते पर, बजट अनुमान पूरे होंगे। वित्त मंत्रालय के मुताबिक 90 फीसदी अटके जीएसटी रिफंड दे दिए गए हैं। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा की सही डिटेल्स बाद में पता चलेंगी लेकिन अभी तक 90 फीसदी जीएसटी रिफंड क्लीयर कर दिए गए हैं। पूंजीगत व्यय बजट लक्ष्य के मुताबिक है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास 20000 करोड़ की देय राशि है, जिसे वह अक्टूबर के पहले हफ्ते में जारी कर देंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि अगर रिंफड में देरी होती तो रेवेन्यू सेक्रेटरी उन्हें इस बारे में जानकारी जरूर देते। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय ने कोशिश की है कि रिफंड में देरी न हो। उन्होंने कहा कि वह आशा करती है कि 30 दिन की लिमिट पार नहीं हुई है।