प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
यमुनानगर के प्रतापनगर में अवैध माइनिंग को रोकने के लिए खनन विभाग सहित चार विभाग के कर्मचारियों से मिलकर नाको से गुजर रहे हैं ओवरलोड वाहन। जिससे एक और सरकार को राजस्व की हानि हो रही है वहीं दूसरी ओर आम जनता के लिए यमराज बने हैं। प्रशासन द्वारा लगाये यह नाके रॉयल्टी कारिदों द्वारा कब्जा लिए गए हैं जहां धड़ल्ले से ओवरलोडेड वाहन निकलकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
अवैध खनन की गतिविधियों पर लगाम लग सके
आपको बता दें प्रशासन द्वारा अवैध खनन को रोकने के लिए खनन विभाग, पुलिस, सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग और वन विभाग के कर्मचारी नियुक्त किए गए थे ताकि छछरौली और प्रताप नगर में अवैध खनन की गतिविधियों पर लगाम लग सके परंतु कुछ ही समय बाद प्रशासन द्वारा लगाए गए इन नाकों पर रायल्टी ठेकेदारों के कारिदों ने कब्जा जमा लिया। इन नाको से कुछ ही दूरी पर रायल्टी कर्मचारियों की गाड़ियां खड़ी रहती हैं वही पुलिस विभाग के होमगार्ड के अलावा अन्य कोई कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात नहीं रहता।
राष्ट्रीय ठेकेदारों के बीच मिलीभगत को लेकर इशारा
प्रशासन द्वारा लगाए गए इन नाकों पर सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद ओवरलोड वाहन निकलना सवालों के घेरे में हैं। क्षेत्रवासी राजेश, बलिंदर, रामकुमार, जोगिंदर, सोनू और राजेंद्र आदि ने बताया प्रताप नगर क्रेशर जोन में पड़ने वाले अधिकतर माइनिंग ब्लॉक पिछले काफी दिनों से सस्पेंड किए हुए हैं। माइनिंग विभाग के कार्यवाही देखकर ऐसा लगता है जैसे विभाग रॉयल्टी कंपनियों पर निगरानी ना करके उनके लिए काम करता है। इस बारे में जब माइनिंग विभाग के अधिकारी राजेश सांगवान से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कई बार फोन करने पर भी फोन नहीं उठाया जो माइनिंग विभाग के अधिकारियों और राष्ट्रीय ठेकेदारों के बीच मिलीभगत को लेकर इशारा करते हैं।
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