हरियाणा शिक्षा बोर्ड में क्लर्क पर केस दर्ज
Sonipat News (आज समाज) सोनीपत: हरियाणा शिक्षा बोर्ड में क्लर्क के पद पर सेवा दे रहे एक व्यक्ति ने सोनीपत के चार युवकों को नौकरी लगवाने व अमेरिका भेजने का झांसा देकर 34 लाख रुपए हड़प लिए। युवक न तो नौकरी लगे और नही विदेश भेजे गए। पुलिस ने शिकायत पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। एक महिला ने सत्संग में बनी अपनी धर्म बहन के बहकावे में आकर उक्त व्यक्ति को राशि दी। सेक्टर 27 थाना सोनीपत के जांच अधिकारी अशोक कुमार के अनुसार पुलिस ने ओमपति की शिकायत पर धारा 420 व 406 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। जल्द ही आरोपी नरेश को पूछताछ के लिए बुलाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
किरण के जरिए नरेश से हुई पहचान
सोनीपत में सेक्टर 27 की एक सोसाइटी में रहने वाले ओमपति ने पुलिस को बताया कि उसका मुरथल गांव की किरण के पास सत्संग के कारण काफी आना जाना था। किरण के जरिए उसकी पहचान नरेश, जो कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड में कार्यरत है, के साथ हुई। किरण ने उसे बताया कि नरेश ने काफी बच्चों को नौकरी लगवाया है। कुछ को तो यूएसए भी भेजा है। धर्म भाई होने के कारण नरेश का उनके घर पर आना जाना शुरू हो गया।
ननंद के के पोते र्क्लक लगवाने के नाम पर दिए पहली बार रुपए
महिला ने बताया कि नरेश ने उससे कहा कि अगर तुम्हारी जानकारी में कोई बच्चा ग्रुप डी व क्लर्क भर्ती होना चाहता हो या फिर यूएस जाना चाहता हो, बता दें वह पक्का काम करवाता है। इसके बाद उसने अपनी ननंद के के पोते साहिल उर्फ शालू को क्लर्क लगवाने की बात की। नरेश के मांगने पर व किरण के बतौर जमानती होने के चलते उसने 15 मई को 50 हजार रुपए, 16 मई को 50 हजार रुपए मुकेश के खाते से नरेश कुमारी के खाते में भेजे।
फिर जेठ के बेटे को लगवाने के लिए दिए रुपए
उसने बताया कि इसके बाद 16 व 17 जून को 2 लाख रुपए नरेश के खाते में दिए। यानी कि उसने कुल 3 लाख रुपए दिए। इसके बाद उसने अपने जेठ के लड़के अक्षय को ग्रुप-डी में लगवाने बाबत 22 जून को 1 लाख रुपए, 23 जून को 1 लाख रुपए व 24 जून को 50 हजार रुपए नरेश के मांगने पर और किरण के बतौर जमानती होने पर उसकी जेठानी निर्मला के खाते से कुल 2 लाख 50 हजार रुपए दिए।
बेटे को यूएसए भेजने के लिए दिए 19 लाख
ओमपति ने बताया कि अन्य जानकार सुमित को र्क्लक लगवाने के लिए 12 अगस्त को नरेश को 3 लाख रुपए कैश दिए गए। इसी प्रकार सोहित उर्फ विवेक को क्लर्क लगवाने बाबत नरेश के मांगने पर अलग-अलग दिन 6 लाख 99 हजार 999 रुपए नरेश के खाते में भेजे गए। उसने अपने बेटे रवि को यूएसए भिजवाने बारे अपने पति के खाते व अन्य के खातों से कुल 19 लाख रुपए नरेश को दिए। न तो किसी को नौकरी लगी, न ही उसका बेटा विदेश गया और न ही रुपए वापस मिले।
ये भी पढ़ें : Farmer Protest Update : सुप्रीम कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखेंगे डल्लेवाल