Aaj Samaj (आज समाज) पानीपत : नूह हिंसा में पानीपत की धमीजा कॉलोनी के रहने वाले अभिषेक की हत्या के बाद से जिले में भी माहौल आए दिन बिगड़ जाता है। इसी बीच इसराना के नोहरा गांव की पंचायत और ग्रामीणों ने मिलकर एक बड़ा फैसला लिया है। विशेष समुदाय की एंट्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इतना ही नहीं, गांव में पिछले 1 साल में दूसरी जगहों से आकर बसे विशेष समुदाय के 3 परिवारों को भी निकाला दिया है। परिवारों को अपनी तैयारी कर जल्द ही गांव छोड़ जाने के आदेश जारी किए गए हैं।
पंचायत इस फैसले को लेने पर मजबूर हुई
गांव नोहरा की सरपंच किरण के ससुर राजेश ने बताया कि पंचायत इस फैसले को लेने पर मजबूर हुई है। क्योंकि यहां विशेष समुदाय के लोगों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। इतना ही नहीं, ये अपनी अलग ही बस्ती बसाने में जुटे हुए हैं। पंचायत की जमीन पर कब्जा भी करने की कोशिश की जाती है। अगर इन्हें रोका-टोका जाए तो ये लड़ाई पर उतारु हो जाते हैं। अब देश-प्रदेश में हालात देखकर इन पर प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं, उन्होंने यह भी बताया कि गांव में एक रजिस्टर्ड युवा क्लब है। जिसके सदस्यों से सबसे पहले इस फैसले के लिए आवाज उठाई। इसके बाद पूरा गांव और पंचायत युवाओं के इस फैसले के साथ खड़ी हुई।
गांव की 10 हजार की आबादी, समुदाय विशेष की संख्या 200
सरपंच ससुर राजेश ने बताया कि गांव की कुल आबादी करीब 10 हजार है। जिसमें समुदाय विशेष के लोगों की संख्या 200 है। शुरुआत में ये महज 1 परिवार के 4 लोग आए थे। जिसके बाद धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती चली गई। ये अपने जानकारों को कुछ दिनों के लिए यहां रहने के लिए लेकर आते हैं। इसके बाद इन्हें यही पर जगह दिला कर बसा दिया जाता है।
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