- एक शिक्षक को राष्ट्रीय पुरस्कार से किया सम्मानित
- राष्ट्र निर्माण में अध्यापकों, अभिभावकों व विद्यार्थियों की महत्वपूर्ण भूमिका: राज्यपाल
Teachers Day : शिमला। शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने राजभवन में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में 27 अध्यापकों को राज्य पुरस्कार और एक अध्यापक को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार वर्ष 2023 के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किए गए।
इस अवसर पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला ने सभी पुरस्कृत अध्यापकों को पौधें भी भेंट किए। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को देशभर में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर राज्यपाल ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि डा. राधाकृष्णन एक कुशल प्रशासक, कर्मठ राजनेता, महान शिक्षक और सत्यनिष्ठ व्यक्तित्व के धनी थे।
इस अवसर पर शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित अध्यापकों को बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अध्यापकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। अध्यापकों को समाज के सभी वर्गों के प्रति संवेदनशील होने की आवश्यकता है जिससे शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया और अधिक प्रभावी होगी। उन्होंने कहा कि एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करने की आवश्यकता है और युवाओं की सक्रिय भागीदारी से इसे साकार किया जा सकता है।
राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (NEP) में भी राष्ट्र निर्माता के रूप में अध्यापकों के महत्त्व के बारे में बताया गया है। इस नीति में शिक्षकों के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ाने के लिए अनेक प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल ने सदैव ही शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में सुझाए गए सुधारों के अनुरूप हिमाचल इस दिशा में बेहतर कार्य करेगा।
राज्यपाल शुक्ल ने कहा कि भारत सरकार ने पीएमश्री योजना को भी स्वीकृति प्रदान की है। इस योजना के अंतर्गत पहले से स्थापित विद्यालयों को सुदृढ़ीकरण कर PM स्कूल फार राइजिंग इंडिया के रूप में स्थापित करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय NEP का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित कर, अन्य स्कूलों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के 180 विद्यालय विकसित किए जाएंगे। भारत सरकार ने 6 राज्यों में से हिमाचल को चुनकर स्टार परियोजना के अंतर्गत लाया है।
इस योजना के अंतर्गत हिमाचल को 3 राज्यों सहित लाईट हाऊस के रूप में चुना गया है जोकि अन्य राज्यों के लिए मार्गदर्शक बनेंगे। उन्होंने एक भारत-श्रेष्ठ भारत पहल पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों और अध्यापकों को विभिन्न राज्यों में शैक्षणिक भ्रमण करवाया जाता है और प्रदेश सरकार ने पहली बार प्रदेश के शिक्षकों का ज्ञानवर्धन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन भी करवाया है।
नशे के प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान में बहुत से युवा नशे के चुंगल में फंसे हुए हैं जो देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि नशे के विरुद्ध एक जन आन्दोलन शुरू करने की आवश्यकता है जिसके माध्यम से स्कूलों, महाविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाएगा।
अध्यापकों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए ताकि युवा समाज के समग्र विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही जिला स्तर पर जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सशक्त जागरूकता अभियान शुरू करेगा। इस अवसर पर राज्यपाल ने एक स्मारिका का भी विमोचन भी किया।
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शिक्षक पुरस्कारों के लिए पारदर्शी नीति को अपनाया गया: रोहित ठाकुर Teachers Day
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने राज्यपाल और लेडी गवर्नर का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने के उद्देश्य से अनेक महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक पुरस्कारों के लिए पारदर्शी नीति को अपनाया गया है जिसमें साक्षात्कार के साथ-साथ मूल्यांकन को भी शामिल किया गया ताकि योग्य शिक्षक को ही पुरस्कृत किया जाए।
उन्होंने कहा कि युवाओं की शक्ति को सही दिशा देने की आवश्यकता है और शिक्षक इसमें महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार ने शिक्षा क्षेत्र को विशेष अहमियत दी थी जिसे सभी सरकारों ने अपनाया। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में बच्चों का कम दाखिला चिंता का विषय है।
मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। बच्चों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित कर रही है। शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने कहा कि शिक्षकों ने शिक्षा के क्षेत्र में अनुुकरणीय कार्य किए हैं।
प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, उप-महापौर उमा कौशल, राज्यपाल के सचिव सीपी वर्मा, उच्च शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा, समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित रहे।
इन शिक्षकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार से किया सम्मानित Teachers Day
डा. सुनील दत्त (प्रधानाचार्य), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जोगिंद्र नगर, जिला मंडी, रोहित वर्मा (प्रधानाचार्य), राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नारग (सिरमौर), मोहन शर्मा (प्रधानाचार्य), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला इंदौरा (कांगड़ा), भूपेंद्र सिसोदिया (प्रधानाचार्य), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थरोच चौपाल (शिमला), ओपेंद्र सिंह नेगी (मुख्य अध्यापक), राजकीय उच्च पाठशाला चौरा, जिला किन्नौर, कुंदन लाल प्रवक्ता (राजनीति शास्त्र), राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला आनी, जिला कुल्लू, संजय कुमार प्रवक्ता (वाणिज्य), राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सराहां, जिला सिरमौर, केदारनाथ शर्मा प्रवक्ता (हिन्दी), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला रेई, जिला चम्बा दुर्गम क्षेत्र, दीपक शर्मा प्रवक्ता (जीव विज्ञान), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मशोबरा, शिमला, पुष्पेंद्र कौशिक (प्रवक्ता अंग्रेजी), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घणागू घाट, जिला सोलन, सुरेंद्र सिंह पुंडीर प्रवक्ता (अंग्रेजी), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठषाला छोगटाली (सिरमौर), डा. संजीव कुमार प्रवक्ता (अंग्रेजी), डाईट शामला घाट, जिला शिमला, डा. संजय कुमार (DPE) राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सुंदर नगर, जिला मंडी, हरदीप सिंह (TGT मैडीकल), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला त्योरी, जिला ऊना, नरेश कुमार (भाषा अध्यापक), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्रा) सूबाथु, जिला सोलन, हेमराज (भाषा अध्यापक), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ढंगियारा, जिला मंडी, प्रेम सिंह ठाकुर (भाषा अध्यापक) राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (छात्रा) सुल्तानपुर, जिला कुल्लू, चंदना देवी (भाषा अध्यापिका), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जिस्कून, जिला शिमला (दुर्गम क्षेत्र), सुभाष चंद (भाषा अध्यापक), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला लद्दा, जिला चम्बा, सुनील कुमार (PET), राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चकमोह, जिला हमीरपुर, भागीरथी शर्मा (HT), राजकीय प्राथमिक पाठशाला पुंजविला, जिला सोलन, मधुबाला (JBT), राजकीय प्राथमिक पाठशाला भरेंगी, जिला सिरमौर, उपेंद्र ठाकुर (JBT), राजकीय प्राथमिक पाठशाला थमरी (निहरी ब्लाक), जिला मंडी, सुरेंद्र कुमार (JBT), राजकीय प्राथमिक पाठशाला फिरनू करसोग-1, जिला मंडी, संत कुमार नेगी (JBT), राजकीय केंद्र प्राथमिक पाठशाला पांगी, जिला किन्नौर (दुर्गम क्षेत्र), रीता बाला (JBT), राजकीय प्राथमिक पाठशाला ब्रेलंगी, जिला किन्नौर (दुर्गम क्षेत्र) तथा कांता शर्मा (JBT), राजकीय प्राथमिक पाठशाला तारापुर चौपाल (शिमला) शामिल हैं। Teachers Day
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