Aaj Samaj (आज समाज), 25 May Weather Update, नई दिल्ली: नई दिल्ली। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के साथ ही दिल्ली और पंजाब-हरियाणा सहित अधिकतर राज्यों में अभी मौसम खराब रहेगा। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार 13 राज्यों में अभी मौसम खराब रहेगा। हरियाणा मौसम विभाग का कहना है कि 30 मई से पहले दो और पश्चिमी विक्षोभ आने का अनुमान है और इसके प्रभाव से हल्की बारिश व तेज हवा चलने की संभावना है। साथ ही गुरुवार से नौतपा शुरु हो गया लेकिन हरियाणा व अन्य कई राज्य में अगले 5 दिन तक मौसम इससे उल्ट रहने वाला है।
- हरियाणा-पंजाब, मध्यप्रदेश और अन्य कई राज्यों में नौतपा के बीच हुई बारिश
- 30 तक दो और पश्चिमी विक्षोभ की संभावना 13 राज्यों में खराब रहेगा मौसम
हिमाचल में बारिश, ऊंची चोटियों पर बर्फबारी
नौतपा में आमतौर पर नौ दिन लू, आंधी और तूफान चलने की आशंका रहती है। मौसम विभाग के अनुसार अगले पांच दिन आंधी व तूफान की आशंका तो है, लेकिन इसके साथ बारिश के आसार हैं। नौ जून तक चलने वाले नौतपा के बीच ठंडी हवा के झोंके आमजन को तपन वाली गर्मी से राहत देते रहेंगे।
हिमाचल प्रदेश के भी ज्यादातर इलाकों में बुधवार रात से जारी बारिश गुरुवार को भी होती रही। वहीं चंबा के पांगी और भरमौर और लाहौल स्पीति की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी हुई। धर्मपुर में 24 घंटे में सबसे ज्यादा 67.4 मिलीमीटर और कांगड़ा में 55.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश-बर्फबारी के बाद न्यूनतम तापमान में औसतन 2.4 डिग्री की कमी आई। राज्य के कई शहरों में पारा 9 डिग्री तक नीचे गिर गया।
राजस्थान : प्रदेश में आंधी बारिश का दौर जारी रहेगा
राजस्थान मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने गुरुवार को बताया कि नए वेस्टर्न डिस्टरबेंस के एक्टिव होने के साथ ही बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी आ रही है। इससे अगले 48 घंटों तक प्रदेश में आंधी बारिश का दौर जारी रहेगा। हालांकि, इसके बाद 26 और 27 मई को प्रदेश के कुछ इलाकों में कम बारिश होगी।
मध्यप्रदेश में इस बार नौतपा की शुरूआत आंधी-बारिश से हुई। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से अगले 5 से 6 दिन बारिश का अनुमान है। प्रदेश मौसम विभाग ने 28 मई तक उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश के आसार जताए हैं। बिहार में औरंगाबाद समेत कई इलाकों में गुरुवार को बारिश हुई और 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं।
पश्चिमी विक्षोभों का लगातार आना अच्छा संकेत नहीं
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभों का मार्च से लेकर मई तक सक्रिय रूप से आना अच्छा संकेत नहीं है। यूं तो मानसून कई कारणों से प्रभावित होता है, लेकिन एक बड़ा कारण मानसून से पहले तेज गर्मी पड़ना भी है। जमीन में नमी कम होना और तापमान अधिक रहना मानसून को अपनी ओर आसानी से खींच पाता है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि अरब सागर में बने चक्रवात से नमी भी कई इलाकों में बारिश होने की वजह बन रही है ।
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