Tahawwur Rana Lands In Delhi, (आज समाज), नई दिल्ली: 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा दिल्ली पहुंच गया है। अमेरिका से विशेष विमान से उसे भारत लाया गया है। सूत्रों के मुताबिक राणा को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) गिरफ्तार करेगी। राणा पर 26/11 हमलों की साजिश रचने के आरोप हैं और इस मामले में वह भारत में मोस्ट वांटेड था। एनआईए और रिसर्च एंड एनालिसिस विंग की संयुक्त टीम कथित तौर पर उसे वापस लेकर आई है।
तिहाड़ जेल में रखा जाएगा
सूत्रों के मुताबिक आज दोपहर करीब 2:30 बजे 64 वर्षीय राणा को लेकर विमान दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचा। इससे एक दिन पहले ही उसे अमेरिका से एक विशेष विमान से लेकर कई एजेंसियों की भारतीय टीम रवाना हुई थी। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा जाएगा। साथ ही, बताया जा रहा है कि उसे एनआईए तुरंत गिरफ्तार कर लेगी। जांच एजेंसी ने हाल ही में राणा के मामले को मुंबई से दिल्ली स्थानांतरित करने के लिए अदालत का आदेश भी प्राप्त किया है।
राणा के खिलाफ एनआईए का आरोपपत्र
राणा के खिलाफ दिसंबर 2011 में दायर एनआईए के आरोपपत्र में उस पर, डेविड हेडली और छह अन्य पर भारत में आतंकवादी हमलों की योजना बनाने और उन्हें अंजाम देने का आरोप लगाया गया था आरोप पत्र में 134 गवाहों के बयान, 210 दस्तावेज और 106 ईमेल शामिल हैं, जिनमें डेविड हेडली की पत्नी का एक ईमेल भी शामिल है, जिसने उसे स्नातक होने पर बधाई दी और यह भी कहा कि उसने पूरे दिन शो (आतंकवादी हमले का प्रसारण) देखा। एनआईए द्वारा एक्सेस किए गए ईमेल से पता चला है कि डेविड हेडली और तहव्वुर राणा 26/11 हमलों से पहले लगातार संपर्क में थे।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट खारिज कर दी थी समीक्षा याचिका
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा राणा की भारत प्रत्यर्पण पर आपातकालीन रोक लगाने की समीक्षा याचिका खारिज कर दी गई थी और इसके बाद संयुक्त टीम टीम अमेरिका गई थी। अधिकारियों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी की तिहाड़ जेल और मुंबई की आर्थर रोड जेल में उच्च सुरक्षा वाली कोठरियों को उच्च जोखिम वाले बंदियों के लिए तैयार किया गया है।
पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी है राणा
राणा पर आपराधिक साजिश, भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने, हत्या और जालसाजी और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप लगाए गए हैं। पाकिस्तानी मूल के कनाडाई व्यवसायी राणा को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का सक्रिय सदस्य माना जाता है। उसने डेविड हेडली के लिए यात्रा दस्तावेज उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
हमलों में मारे गए थे 160 से ज्यादा लोग
डेविड हेडली ने तहव्वुर हुसैन राणा की मदद से मुंबई में प्रमुख लक्ष्यों की टोह ली थी। इसी आधार पर मुंबई में होटल ताज व शहर में अन्य मुख्य संस्थानों पर 26 नवंबर 2011 को ताबड़तोड़ हमले किए गए थे। इन हमलों में छह अमेरिकियों सहित 160 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
ये भी पढ़ें : Tahawwur Rana: अमेरिका से प्रत्यर्पित किया जा रहा 26/11 हमले का दोषी