2 years Of Covid in India दो साल पहले भारत में आज मिला था कोरोना
आज समाज डिजिटल, नई दिल्ली:
2 years Of Covid in India : दो साल पहले यानी 2020 में आज ही के दिन भारत में कोरोना वायरस से पहला केस मिला था। तब से देश में कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई शुरू है।(2 years Of Covid in India) दो साल पूरे होने पर भी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वायरस से निपटने की जंग का कब अंत होगा। देश इस समय महामारी की तीसरी लहर का सामना कर रहा है। महामारी की दूसरी लहर के दौरान जहां एक ओर वायरस के डेल्टा स्वरूप ने कहर बरपाया, वहीं इसके ओमीक्रोन स्वरूप के कारण संक्रमण काफी तेजी से फैला।
चीन से परीक्षा देकर लौटी थी पहली संक्रमित
आज से ठीक दो साल पहले 30 जनवरी 2020 को चीन के वुहान यूनिवर्सिटी में सेमेस्टर की परीक्षा देने के बाद भारत लौटी एक छात्रा कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थी। (2 years Of Covid in India) इसके बाद से भारत कोविड-19 की तीन लहरों का सामना कर चुका है, इस दौरान उत्परिवर्तन के कारण वायरस के कई स्वरूप सामने आए जिनमें से कुछ बेहद जानलेवा भी साबित हुए।
अब तक मिले सात कोरोना वेरियेंट
भारत में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 4,10,92,522 मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि इस महामारी के कारण 4,94,091 लोगों की मौत हो चुकी है। (2 years Of Covid in India) भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टिया के मुताबिक भारत में पिछले दो वर्षों के दौरान कोरोना वायरस के सात वेरियेंट ऐसे मिले हैं, जो चिंता का विषय हैं। इनमें अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, बी.1.617.1 और बी.1.617.3 के अलावा एवाई सीरीज और ओमीक्रोन वेरियेंट शामिल हैं।
डेल्टा और ओमीक्रोन हैं घातक
इनमें से कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमीक्रोन वेरियेंट को घातक माना गया है। महामारी की दूसरी लहर के दौरान कोरोना के डेल्टा वेरियेंट से बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए और इसके कारण ही हजारों लोगों की मौत हुई। देश में कोविड-19 की मौजूदा लहर के लिए कोरोना वायरस के ओमीक्रोन वेरियेंट को जिम्मेदार माना जा रहा है।
कोविड प्रॉटोकॉल का पालन ही रास्ता
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दो जनवरी तक 1.5 लाख नमूनों का जीनोम सिक्वेंसिंग की गई है, जिनमें से 71,428 नमूनों में चिंताजनक स्वरूपों की पुष्टि हुई है। महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने और टीकाकरण अभियान को तेज करने की सलाह दी है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि भारत में महामारी कब खत्म होगी।