2 suspected corona hospitalized, stirred up: कोरोना के 2 संदिग्ध अस्पताल में भर्ती, मचा हड़कंप

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अंबाला । दो कोरोना संदिग्ध बुधवार अस्पताल में भर्ती हुए। इन दोनों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने पर पुष्टि होगी कि यह वायरस के चपेट में है या नहीं। एक मरीज सिटी और दूसरे को कैंट सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। इसके अलावा एक महिला का भी टेस्ट कराया गया है। इसके अलावा फ्लू ओपीडी में बुधवार को 45 मरीज इलाज के लिए आए। कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है और प्रशासन पूरे हालात पर नजर बनाए हुए हैं। स्थित कंट्रोल में हैं लेकिन अफसरों और आम नागरिकों में कोरोना को लेकर तनाव बना हुआ है।
कुवैत से लौटा था भाई
करीब 32 साल के युवक का भाई 5 मार्च को कुवैत से लौटा था। यह लड़का और उसका एक दोस्त सीधे तौर पर उस युवक के टच में थे। बीते दो दिनों से इनको फ्लू हो गया। खांसी आने लगी, जुखाम हो गया। यह दोनों की प्राइवेट जॉब करते हैं और सिटी के एक इलाके में रहते हैं। इस बात की सूचना स्वास्थ्य विभाग को लगी तब उन्होंने इन दोनों युवकों से संपर्क किया। शक के आधार पर एक मरीज को कैंट अस्पताल में और दूसरे मरीज को सिटी के आइसलोशन वार्ड मेें भर्ती किया गया। उल्लेखनीय बात यह है कि जो युवक कुवैत से लौटा वह पूरी तरह से स्वस्थ्य है और डाक्टरों का कहना है कि कोरोना का मुख्य असर 12 से 14 दिन का होता है। उस युवक को लौटे 15 दिन का समय बीत गया है इसके चलते उससे खतरा नाममात्र का है। जिन दो युवकों को एडमिट किया गया है, उनका इलाज कर रहे डाक्टरों का कहना है कि उनके स्वास्थ्य में सुधार नजर आ रहा है।
1 महिला की भी हुई जांच, नहीं मिले लक्षण
हालात यह है कि एक महिला को भी शक हो गया कि उसे कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है। हालांकि डाक्टरों की टीम ने उसकी जांच की और वायरस के लक्षण नहीं मिले। महिला डाक्टरों की निगरानी में हैं।
फ्लू ओपीडी में आए 45 मरीज: हालात यह है कि सर्दी खांसी और जुखाम, बुखार के मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है। बुधवार को सिटी सिविल अस्पताल में बनाई गई फ्लू ओपीडी में 45 नए मरीज इलाज के लिए आए। इसके अलावा निजी डाक्टरों की ओपीडी भी फ्लू के मरीजों से भरे पड़ी है।दुबई से लौटा था युवक, लिए गए सैंपल
1 मार्च को एक युवक दुबई से अंबाला आया था। यहां आने के बाद उसको फ्लू हो गया। खांसी जुखाम और बुखार ठीक नहीं हुआ तब वह खुद ही अस्पताल आया और उसने अपना इलाज कराया। घर में भी अलग रहा है और परिवार से दूरी बनाए हुए है। 28 साल के इस युवक का सैंपल लेकर टेस्ट के लिए पीजीआई भेजा गया है।
80 मरीजों के स्वास्थ्य पर डॉक्टर रख रहे हैं नजर
कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तौर पर सर्तक है। बीते दिनों विदेशो से अंबाला लौटे करीब 216 लोगो पर विभाग अपनी नजर बनाए हुए था। बीतते वक्त के संग यह संख्या घटी है। फिलहाल 80 पर नजर रखी जा रही है। डाक्टरों का कहना है कि यह तमाम लोग स्वस्थ्य हो रहे हैं। डाक्टरोें के अनुसार कोरोना वायरस का असर 12 से 14 दिन के भीतर खत्म हो जाता है।
कोरोना को लेकर हम सतर्क है और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। एतिहात के तौर पर बुधवार को दो मरीजों को एडमिट कर उनका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट वीरवार को आ जाएगी। विदेश से लौटे 80 लोगों के सेहत की हम मानीटरिंग कर रहे हैं। कोरोना से डरने या घबराने की आवश्यकता नहीं है। सर्तक रह कर उचित तौर तरीकों को अपना कर इस रोग से बचा जा सकता है।
डॉ. कुलदीप सिंह सीएमओ अंबाला
सेनेटाइजर की काला बाजारी की तो होगी कार्रवाई
कोरोना वायरस के चलते हरियाणा सरकार ने मास्क और सेनेटाइजर को आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के संशोधन करते हुए 30 जून 2020 तक आवश्यक वस्तु निर्धारित कर दिया है। खाद्य नागरिक आपूर्ति एंव उपभोक्ता मामले के विभाग को केमिस्ट दुकान, फार्मेसिस और ड्रग थोक विक्रेताओं पर मास्क और हैंड सेनेटाइजर की जमाखेरी, उपलब्धता तथा अधिकतम खुदरा मूल्य से अधिकत चार्ज न करने की जांच हेतु सक्षम अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस दौरान कोई दुकानदार कालाबाजारी करता पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्कूलों में टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ की रहेगी छुट्टी, घर से ही करेंगे काम
अंबाला सिटी। कोरोना वायरस के खौफ और लोगों को इससे बचाने के लिए सरकार के साथ साथ जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है। वैसे तो सरकार की तरफ से 31 मार्च तक स्कूलों व कॉलेजों को बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं, लेकिन अभी स्कूल स्टाफ को इसमें राहत नहीं दी गई थी। सूत्र बताते हैं कि अंबाला जिला प्रशासन भी पंचकूला की तर्ज पर अंबाला में स्कूलों को पूरी तरह बंद करने की तैयारी में हैं और बकायदा सभी बिंदूओं पर चर्चा हो चुकी है। इसके तहत स्कूलों में टीचिंग व नॉनटीचिंग स्टाफ की स्कूल में आने पर रोक लगा दी जाएगी। वहीं यह स्टाफ जो भी काम करेगा वह घर से ही करेगा। वहीं केवल स्कूल एग्जाम लेने के लिए ही खोले जाएंगे, जिन टीचर्स की क्लासों का एग्जाम नहीं है उन्हें स्कूल आने की जरूरत नहीं होगी। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में डीसी अशोक शर्मा ने अधिकारियों के साथ मीटिंग कर ली है और वीरवार को इस संबंध में आदेश जारी किए जा सकते हैं।
डीसी अंबाला ने जारी किए आदेश, कहीं पर भी न जमा होने दें भीड़
कोरोना वायरस के चलते अंबाला के डीसी अशोक शर्मा ने आदेश जारी करते हुए साफ कर दिया कि कोरोना को लेकर फिर से नए आदेश जारी किए गए हैं और नए आदेशों के अनुसार कहीं पर भी भीड़ जमा न होेने दे। उन्होंने इस संबंध में लेटर निकालकर इन आदेशों को लागू करने और कोरोना वायरस के प्रति सचेत रहने के आदेश दिए हैं। डीसी अशोक शर्मा द्वारा जारी किए गए आदेशों में स्पष्टतौर पर सभी सरकारी आफिस, शिक्षण संस्थान व धार्मिक स्थानों पर इन बातों का विशेष ध्यान देने के आदेश दिए हैं।
लोगों को होना होगा जागरूक, तभी कोरोना का होगा मुकाबला
अ कोरोना के प्रति लोगों को खुद जागरूक होना होगा, भीड़ भाड़ वाली जगह न जाए। जिसको जुकाम व खांसी है उससे दूरी बनाए रखें।
अ भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाते हुए मॉक्स का प्रयोग करें, समय समय पर हाथों को साबुन से धोए।
अ यदि आपको भी खांसी जुकाम की शिकायत है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और मॉक्स का प्रयोग करें, ताकि आपके कारण किसी अन्य को यह प्रोब्लम न हो।
थाईलैंड से आई युवती अस्पताल में दाखिल
पिछले माह ही थाईलैंड से लौटी एक संदिग्ध को सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल करवाया गया था। इस दौरान वहां आने जाने वाले पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। इस मामले लेकर विशेष डॉक्टरों की टीम का गठन किया गया था, जिन डॉक्टरों द्वारा उन्हें चैक किया जा रहा था। उसके सैंपल लेकर चंडीगढ़ व पूणे भेजे गए थे, लेकिन उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। इसके बाद उसका उपचार करने के बाद उसे छुट्टी दे दी थी। पीएमओ डॉ. सतीश के अनुसार सभी तरह की सावधानी बरती जा रही है और इसी को लेकर दिशा निर्देश भी दे दिए गए है और बकायदा अलग से वार्ड भी बनाया गया है।
वायरस से घबराए नहीं, बल्कि बरते सावधानियां
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डा.सतीश की ओर से इस मामले को लेकर लोगों को वायरस के प्रति न घबराने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने इस बात की भी हिदायत दी है कि बीमार मरीजों के संपर्क में जाने से बचे जैसे हाथ मिलना, गले मिलने से बचे, कफ के दौरान शिष्टाचार बनाए रखे और प्रोपर हाईजीन का ध्यान रखे, अपने हाथों को साबुन और पानी से धोते रहे, बिना हाथ धोंए आंख, नाक, या मुंह को न छुए। उन्होंने कहा कि ऐसी आवश्यक हिदायतों को बरतकर कर हम वायरस से बच सकते है।
कुवैत का एक व्यक्ति बब्याल आया था, जिसके बाद की तबीयत ठीक नहीं थी। जिसे कैंट के सिविल अस्पताल दाखिल कर लिया गया है और उसका इलाज किया जा रहा है। कुवैत से आने वाला व्यक्ति कसौली चला गया है। फिलहाल रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
सतीश कुमार, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी