आसपास के लोगों ने बुझाई आग, उपचार के लिए अस्पताल में कराया भर्ती
Bhiwani News (आज समाज) भिवानी: हरियाणा के भिवानी में कब्जा छुड़ाने पहुंची प्रशासन की टीम के सामने 2 भाइयों द्वारा खुद को आग लगाने का मामला सामने आया है। आग लगने के बाद दोंनों भाई भागते हुए दिखाई दिए। आसपास के लोगों ने आग को बुझाया। इसके बाद पुलिस दोनों को सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। यहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। घटना गत शाम लोहारू की है।

लोहारू में स्टेडियम से सटी 7 एकड़ जमीन को लेकर पिछले 16 सालों से चल रहा विवाद

प्राप्त जानकारी अनुसार लोहारू में स्टेडियम से सटी 7 एकड़ जमीन को लेकर पिछले 16 सालों से विवाद चल रहा है। एक पक्ष में धर्मबीर, अशोक व सतबीर हैं तो दूसरे पक्ष की इंद्रावती है। धर्मबीर का परिवार इस जमीन पर काफी समय से कब्जा किए हुए है और यहीं रहते हैं। इसे लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में 27 जुलाई 2009 से सुनवाई हो रही है। कोर्ट इंद्रावती के पक्ष में फैसला सुनाया था।

कोर्ट के आदेश पर कब्जा छुड़वाने पहुंचा प्रशासन

सोमवार को कोर्ट के आदेश पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट शेखर नरवाल और नायब तहसीलदार की अगुआई में पुलिसबल कब्जा छुड़वाने पहुंचा। इस दौरान कब्जाधारी पक्ष के लोग बड़ी संख्या में जमा हो गए। इनमें महिलाएं भी शामिल थीं। कब्जाधारी पक्ष के 2 भाई सतबीर और अशोक ने विरोध में खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। एक भाई पास ही पानी की ओधी (टंकी) में कूद गया। जबकि दूसरे भाई को महिलाओं ने कपड़े और मिट्टी डालकर आग बुझाई।

बिना नोटिस के कब्जा हटाने पहुंची टीम

कब्जाधारी पक्ष के धर्मबीर ने आरोप लगाया कि प्रशासन बिना नोटिस दिए कब्जा हटाने पहुंचा था। इस मामले में 8 अप्रैल की तारीख तय थी। सतबीर (42) के 6 बच्चें हैं। इनमें एक लड़का और 5 लड़कियां हैं। उसकी 3 बेटियों की 7 अप्रैल को शादी है। दूसरा भाई अशोक (30) भी शादीशुदा है। दोनों मजदूरी करते हैं।

नायब तहसीलदार को नियुक्त किया गया था ड्यूटी मजिस्ट्रेट

एसडीएम मनोज दलाल ने बताया कि कोर्ट के आदेशानुसार नायब तहसीलदार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। कोर्ट ने कब्जा कार्रवाई के आदेश दिए थे। इस सिलसिले में प्रशासनिक रूप से सारी व्यवस्थाएं की गई थीं। दुर्भाग्यवश, जैसे ही ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ हमारी टीम पहुंची, 2 लोगों ने आत्मदाह का प्रयास किया। दोनों को भिवानी रेफर कर दिया गया है।

कानून के दायरे में होगा काम

एसडीएम ने आगे कहा कि संबंधित पक्षों से बातचीत की गई है और आश्वासन दिया गया है कि उनके साथ कुछ भी गलत नहीं किया जाएगा। कानून के दायरे में ही काम होगा। भाईचारे व शांति से कानून का पालन करते हुए सभी चलें तो बेहतर है। यह भी अनुरोध किया गया है कि वे कल आॅफिस आकर संबंधित जानकारी देना चाहें तो दे सकते हैं।

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