गुरुग्राम। कोरोना वायरस से लड़ने के लिए देश में लॉकडाउन किया गया है। इस समय लॉकडाउन 2 का दौर है। पहले पीएम ने 21 दिन का लॉकडाउन किया था जिसके बाद 14 अप्रैल को इसे 3 मई तक बढ़ा दिया है। इस दौरान अपने घरों से दूर रह रहे मजदूर कामगार और अन्य लोग अपने घर जाने की फिराक में हैं। इसी फिराक में में कुछ लोग एंबुलेंस में बैठकर चंपारण जाना चाहते थे। अस्पताल के फर्जी दस्तावेज तैयार कर दो एंबुलेंस से बिहार के चंपारण के लिए निकली थी। जिसे 16 लोगों के साथ गुरुग्राम की बादशाहपुर थाना पुलिस गुरुवार को वाटिका चौक से गिरफ्तार कर उन पर केस दर्ज किया है। सभी 16 लोगों को पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। साथ ही इन तरह से फर्जीडाक्यूमेंट बनाने वाले डाक्टर और मास्टर माइंड सुरेश कुमार भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं। उसे शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया जएगा। पुलिस जांच में सामने आया है कि 16 लोगों को चंपारण पहुंचाने के लिए मास्टरमाइंड सुरेश ने उनसे 56 हजार रुपये लिए थे। पुलिस को आशंका है कि हो सकता है आरोपी द्वारा पहले भी कई लोगों को ऐसे भेजा गया हो। पुलिस ने आरोपियों से दो एम्बुलेंस और फर्जी दस्तावेजों को बरामद किया है।