Faridabad News (आज समाज) फरीदाबाद: क्राइम ब्रांच मुंबई का अधिकारी बनकर एक निजी क्लीनिक संचालक को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसने का डर दिखाकर 2.23 करोड़ रुपये ठग लिए। सेंट्रल थाना साइबर पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। सेक्टर-29 में रहने वाले पीड़ित अरूप कुमार ने पुलिस में शिकायत देते हुए कहा कि वह अपने घर के पास ही क्लीनिक चलाते हैं। उनके पास कुछ समय पहले वाट्सऐप नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने अपने आपको मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। ठग ने कहा कि उनके खाते में मनी लॉन्ड्रिंग का पैसा आया है। इसलिए उनको अरूप के सभी खातों की जांच करनी होगी। मनी लॉन्ड्रिंग का नाम सुनकर आरूप डर गए। ठग ने उनको सभी खाते उपलब्ध कराने को कहा। ताकि वह जांच कर सके। अरूप ने अपने दो खातों की जानकारी ठग को दे दी। दो दिन बाद फिर से ठग का फोन आया। उसने कहा कि उनके दोनों खाते में मनी लॉन्ड्रिंग का पैसा आया है। अब उनको लंबा जेल में जाना पड़ेगा। वरना सुप्रीम कोर्ट से 50 लाख रुपये की जमानत लेनी पड़ेगी। अगर मामले को यही रफा दफा करना चाहते हो तो उनके खाते में एक करोड़ 30 लाख रुपये ट्रांसफर कर दो। इसके बाद अरुप ने डर की वजह से ठग के खाते में एक करोड़ 30 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए, लेकिन ठग इतनी रकम लेने के बाद भी नहीं माने। उन्होंने दोबारा अरुप को फोन किया और कहा कि केस बहुत बड़ा है। इसको निपटाने के लिए और पैसे लगेंगे। उन्होंने खाते में 23 लाख रुपये और डालने के लिए कहे। अरुप ने डर की वजह से वह पैसे भी डलवा दिए। वहीं ठग ने अरुप के वाट्सऐप पर सुप्रीम कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट भी बनाकर भेजा। जिससे पीड़ित अधिक घबरा गया। अरुप के अनुसार ठग ने उनसे धोखे से 2 करोड़ 23 लाख रुपये ठग लिए।