Aaj Samaj, (आज समाज),19th Convocation Ceremony Organized, करनाल, इशिका ठाकुर :
एनडीआरआई करनाल में 19 वें दीक्षांत समारोह का हुआ आयोजन, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने छात्र छात्राओं को प्रदान की डिग्रियां, कृषि मंत्री ने कहा ,विदेशों में भी योगदान दे रहे भारतीय छात्र, किसानों को प्रकृति से हुए नुकसान की होगी भरपाई , एमएसपी पर लागत में 50 प्रतिशत मुनाफा दे रही मोदी सरकार , छात्रों ने बताया ऐतिहासिक पल, कहा राष्ट्रपति से डिग्री लेकर हुए गौरवान्वित।
राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान में आज 19 वें दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन किया गया जिसमें करीब 550 छात्र छात्राओं को विभिन्न क्षेत्रों में डिग्रियां दी गई। इस समारोह में विशेष रूप से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की। मुख्य समारोह का आयोजन डॉ डी सुंदरेसन सभागार में किया गया। मंत्रोच्चारण के बीच राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सभागार में प्रवेश किया और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।
कृषि की जीडीपी में डेयरी का अमूल्य योगदान
समारोह में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं हिंदुस्तान के भविष्य को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रपति का हार्दिक धन्यवाद और स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह एक छात्र के जीवन में अविस्मरणीय क्षण होता है। मुझे इस बात का गौरव है की संस्थान ने अपने 100 वर्ष में अनेक उतार-चढ़ाव देखें है। आज डेयरी क्षेत्र के विश्व में नंबर एक स्थान होने पर उन्होंने संस्थान के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कृषि की जीडीपी में डेयरी का अमूल्य योगदान है। आज देश मे प्रति व्यक्ति 440 ग्राम दूध की उपलब्धता है जो अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा है। कृषि मंत्री ने कहा कि ये सभी छात्र आने वाले समय में देश के डेयरी क्षेत्र का विकास में अपना योगदान देंगे और इसे आगे ले जाएंगे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि किसानों को हाल ही में प्रकृति से हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।
कार्यक्रम में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने हरियाणा की धरती पर पधारने के लिए राष्ट्रपति का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि उत्कृष्ट दूध उत्पादन और शोध में इस संस्थान ने बड़े वैज्ञानिक और शोधकर्ताओं को तैयार किया है। यहां के छात्र इसी परंपरा को आगे ले जाएंगे ऐसी मेरी अपेक्षा है। ऐसे शिक्षकों को मेरा नमस्कार जिन्होंने आपको कौशल प्रदान किया है। राज्यपाल ने संस्थान को देशी गाय का क्लोन तैयार करने के लिए बधाई दी।
उन्होंने कहा कि श्वेत क्रांति के लिए यह सही समय है। यह क्षेत्र लाखों लोगों को रोजगार प्रदान कर रहा है। जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियां भी मौजूद है जिनसे निपटने में संस्थान सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि आज गोल्ड मेडल पाने वालों में तीन बेटियां भी है जो इस क्षेत्र के लिए एक शुभ संकेत है। आप नौकरी ढूंढने वाले की बजाए नौकरी देने वाले बने ऐसी मेरी अपेक्षा है और देश के विकास में अपना योगदान दें।
समारोह में डिग्री लेने आये विद्यार्थियों ने कहा कि यह उनके लिए एक ऐतिहासिक पल था जब राष्ट्रपति ने उन्हें डिग्रियां प्रदान की। उनके हाथों से डिग्री लेकर वे स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनडीआरआई डेरी के क्षेत्र में देश का सबसे उत्कृष्ट संस्थान है जहां देश के विभिन्न राज्यों से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। शिक्षा के दौरान यहां पर उनका अनुभव बहुत बढ़िया रहा है। विद्यार्थियों ने कहा कि संस्थान में आने पर हम राष्ट्रपति का हृदय से स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी इच्छा है कि छात्र यहां से शिक्षा ग्रहण कर डेरी के क्षेत्र में तकनीक को और आगे ले जाएं और अपने देश का नाम रोशन करें।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से गोल्ड मेडल लेने वाले 6 छात्र छात्राएं
करनाल की एनडीआरआई में शिक्षा प्राप्त कर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से गोल्ड मेडल लेने वाले 6 छात्र छात्राएं हैं इनमें विशेष यह है कि गोल्ड मेडल हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं में 3 छात्र हैं तो वही तीन छात्राएं हैं, जिनमें से बी टेक की पढ़ाई करने वाला एक छात्र शुभम कपूर करनाल का रहने वाला है तथा दूसरा मयंक कुरुक्षेत्र का रहने वाला है। जबकि चार अन्य छात्र छात्राएं स्वीटी मुखर्जी, सुप्रिया, प्रदीप तथा कनिका दूसरे राज्यों के रहने वाले हैं। गोल्ड मेडल हासिल करने वाले सभी छात्र छात्राओं ने संस्थान तथा संस्थान के शिक्षकों का सहयोग करने के लिए आभार व्यक्त किया। छात्र-छात्राओं ने कहा कि आज का दिन उनके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। राष्ट्रपति के हाथों से गोल्ड मेडल हासिल करना उन के लिए गौरव की बात है।
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