महामहिम राज्यपाल करेंगे महोत्सव का उद्घाटन: : गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद
पांच दिसंबर को विधिवत रूप से मुख्यमंत्री नायब सिंह अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का करेंगे शुभारंभ
अफ्रीकी देश तंजानिया होगा पार्टनर कंट्री
Kurukshetra News (आज समाज) कुरुक्षेत्र: 18 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 28 नवंबर से 15 दिसंबर तक श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस बार अफ्रीकी देश तंजानिया गीता महोत्सव में पार्टनर कंट्री होगा। तंजानिया के प्रधानमंत्री को भी गीता महोत्सव में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह जानकारी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव प्राधिकरण के संरक्षक एवं मार्गदर्शक गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने गीता ज्ञान संस्थान में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दी। गीता मनीषी ने जानकारी दी कि 28 नवंबर से शुरू होने वाले क्राफ्ट मेला व सरस मेले का उद्घाटन हरियाणा के महामहिम राज्यपाल बंडॉरू दत्तात्रेय करेंगे।
5 दिसंबर को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का विधिवत रूप से उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम 11 दिसंबर तक चलेगा। इस अवधि में प्रतिदिन सायं को सांस्कृतिक कार्यक्रम पुरुषोत्तमपुरा बाग में होंगे। 9 दिसंबर को एक विशाल संत सम्मेलन पुरुषोत्तमपुरा बाग में होगा, जिसमें देश के उच्च कोटि के संत महात्मा हिस्सा लेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार भारतीय सनातन परंपरा की दृष्टि से देश के प्रमुख मंदिरों मठों, चारों धाम, 12 ज्योतिर्लिंग तथा शक्तिपीठों व पौराणिक महत्व वाले धार्मिक स्थलों के मुख्य सेवा अधिकारी एक ही मंच पर इकट्ठे होंगे, यह सभी नौ दिसंबर को संत सम्मेलन में हिस्सा लेंगे तो वहीं 10 दिसंबर को आयोजित विचार गोष्ठी में भी भाग लेंगे।
इसके लिए हरियाणा सरकार की ओर से बकायदा से सभी को निमंत्रण भेजा जाएगा। इन सभी को कुरुक्षेत्र के धार्मिक स्थलों का भ्रमण करवाने की व्यवस्था भी कराई जाएगी, ताकि कुरुक्षेत्र को कुरुक्षेत्र तीर्थ के रूप में स्थान दिलाया जा सके। 11 दिसंबर को प्रात 11 बजे एक मिनट एक साथ सामूहिक गीता पाठ को व्यापक रूप दिया जाएगा और पूरे विश्व के लोग इसमें भागीदारी करेंगे।
संस्थान में बनाया गया है श्री कृष्ण अमृत कुंड
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने यह भी जानकारी दी कि 4 से 8 दिसंबर तक गीता ज्ञान संस्थानम में पांच दिवसीय दिव्य गीता सत्संग का कार्यक्रम आयोजित होगा। सायं 3 बजे से 6 बजे तक आयोजित इस कार्यक्रम में प्रतिदिन देश के अलग-अलग प्रांतों के संत महात्मा भाग लेंगे। गीता मनीषी ने जानकारी दी कि संस्थानम में श्री कृष्ण अमृत कुंड का निर्माण किया गया है। इस कुंड में देश के प्रमुख तीर्थों, प्रमुख नदियों, सरोवरों व कूपों का जल लाकर वेद मंत्र उच्चारण के साथ इस कुंड में समर्पित किया जाएगा।
कुंड की शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाएगा और इस कुंड के जल को संस्थानम में आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद स्वरूप भेंट किया जाएगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि जो भी श्रद्धालु तीर्थ यात्रा पर जाए वहां से उस कुंड का जल इस कुंड के लिए लेकर आए। गीता मनीषी ने यह भी जानकारी दी कि गीता ज्ञान संस्थानम परिसर में गुरुकुल और ध्यान साधना केंद्र का शुभारंभ गीता जयंती पर होगा।
यह भी पढ़ें : भाजपा ने अनाज के बदले वोट खरीदने का किया काम : बीबी बत्रा