मनोज वर्मा, कैथल:
स्थानीय जींद रोड प्यौदा नहर वाले पुल पर आज गणेश विसर्जन करने आए एक 16 वर्षीय युवक की डूबने से मौत हो गई है। जिससे शहर में काफी अफरा तफरी का माहौल व्याप्त हो गया। इतना हीं नहीं जहां एक तरफ परिवार में गणेश महोत्सव को लेकर काफी खुशियों भरा माहौल था, वहीं कुछ ही पलों में परिवार की खुशियां मातम में बदल गई। जानकारी अनुसार स्थानीय फ्रेंडस कालोनी निवासी 16 वर्षीय युवक सौरभ अपने परिवार सहित पिछले करीब 10 वर्षों से यहां पर रह रहा था ओर एक टैंट हाऊस में मजदूरी का काम करता था।
गणेश महोत्सव शुरू होते हुए सौरभ के परिवार ने अपने घर पर ही गणेश जी को स्थापित किया हुआ था। आज उसका विसर्जन करने के लिए पूरा परिवार धूमधाम के साथ गणेश विसर्जन करने के लिए प्यौदा रोड वाली नहर पर बने पुल से गणेश विसर्जन करने के लिए आया हुआ था। नहर में पानी कम होने के कारण सौरभ तथा उसके परिवार के अन्य सदस्य थोड़ा आगे की तरफ गहरे पानी में चले गए। मगर जैसे ही उन्होंने गणेश विसर्जन करने के लिए गणेश की मृूर्ति को धकेला तो उसका पांव फिसल गया और सौरभ संभल नहीं पाया। देखते ही देखते उसके साथियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया कि सौरभ डूब गया है।
साथ गए युवकों को भी नहीं आता था तैरना
साथ गए युवकों में से किसी को भी तैरना नहीं आता था। जिसके चलते कोई भी नहर के पानी में नहीं उतर सका। बाद में परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया। जैसे ही पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस टीम वहां पहुंची और चंदाना नहर से एक शटर को गिरा दिया। जिससे पानी का बहाव कम हो सके। थोडी ही देर में उस जगह पर पानी का बहाव कम हो गया। मगर सौरभ का करीब 2 घंटे बीत जाने के पश्चात भी कहीं अता पता नहीं लग पाया और ना ही शव पानी के उपर तैर कर आया था।
जब इस विषय में नहर विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, हमारे पास कोई भी गोताखोर नहीं हैं। हमने कुरूक्षेत्र से दो गोताखौरों को बुलवाया है। उनके आते ही सौरभ की तलाश शुरू की जाएगी। जैसे ही कुरूक्षेत्र से आए गोताखौरों ने नहर के गहरे पानी में सौरभ की तलाश शुरू की तो कोई सार्थक परिणाम नहीं निकले थे। समाचार लिखे जाने तक गोताखौर पानी में सौरभ की तलाश कर रहे थे।
स्मरण रहे कि गत 2 वर्ष पूर्व भी गणेश महोत्सव के दौरान गणेश विसर्जन के समय फूलों का काम करने वाले युवक राम लाल की भी यहां इसी जगह पर डूबने से मौत हो गई थी। आज दो वर्षों के अंतराल के पश्चात यहां यह दूसरा ऐसा हादसा घटित हुआ है, जिसने समूचे शहर को झकझोर कर रख दिया है। परिजनों ने बताया कि सौरभ के परिवार में उसके अलावा 6 बहनें व एक और भाई है। ये कुल 8 बहन भाई थे। जिनमें से सौरभ सबसे बड़ा लडका बताया गया है।