- तैयारी को लेकर सीटू संबंधित इंडस्ट्रियल वर्कर यूनियन पानीपत के नेतृत्व में पानीपत के टेक्सटाइल मजदूरों की सभा आयोजित की गई
Aaj Samaj (आज समाज),16 February 2024 Bharat Bandh And Nationwide Strike, पानीपत : हाली पार्क पानीपत में मजदूर किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ 16 फरवरी 2024 भारत बंद व राष्ट्रव्यापी हड़ताल की तैयारी को लेकर सीटू संबंधित इंडस्ट्रियल वर्कर यूनियन पानीपत के नेतृत्व में पानीपत के टेक्सटाइल मजदूरों की सभा आयोजित की गई। सभा की अध्यक्षता यूनियन के जिला प्रधान गुलाबचंद ने की और संचालन यूनियन के महासचिव जय भगवान ने किया।सभा की शुरुआत क्रांतिकारी नारों के साथ की गई। मजदूर किसानों का शोषण बंद करो, किसान मजदूर के खिलाफ बनाएं गए काले कानून वापस लो, मजदूरों को बंधुआ गुलाम बनाने वाले चार लेबर कोड रद्द करो, न्यूनतम वेतन मासिक 26000 रुपए लागू करो, ठेकेदारी प्रथा खत्म करो, स्थाई रोजगार का प्रबंध करो, किसान मजदूर का कर्ज माफ करो, बेरोजगारों को कम दो, किसने की फलों के पूरे द़ाम दो, बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार पर रोक लगाओ, तानाशाही खत्म करो, देश में लोकतंत्र बहाल करो के साथ की गई।
सरकार के खिलाफ देश के मजदूर वर्ग और किसानों के अंदर भारी गुस्सा
सभा को संबोधित करते हुए सीटू राज्य सचिव व जिला प्रधान कामरेड सुनील दत्त ने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र व राज्य सरकारी किसान वह मजदूर विरोधी सरकार जो मेहनतकश को लूट कर देश के बड़े पूंजी पत्तियां अडानी अंबानी और बहुराष्ट्रीय कंपनियां की तिजोरियां भर रही है। सरकार की गलत नीतियों का असर पानीपत के टेक्सटाइल उद्योग पड रहा है। लघु उद्योग बर्बादी की तरफ है। 40 फीसदी मजदूरों की छंटनी हो चुकी है। काम मजदूरों से ज्यादा काम लिया जा रहा है। काम के घंटे बढ़ा दिए गए हैं लेकिन मजदूरी नहीं बढ़ रही है। इसलिए सरकार के खिलाफ देश के मजदूर वर्ग और किसानों के अंदर भारी गुस्सा है।
16 फरवरी की होगी हड़ताल ऐतिहासिक
16 फरवरी की हड़ताल ऐतिहासिक होगी। आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में सरकार को करारा जवाब देते हुए जन्म विरोधी नीतियों को खत्म करने के लिए मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करो। सभा को सीटू जिला कोषाध्यक्ष नवीन सपड़ा, राजू इलाहाबादी, वेंकट सिंह आदि ने भी संबोधित करते हुए कहा की सरकार की फूट डालो राज करो की नीति को बेनकाब करते हुए जाति और धर्म के नाम पर नफरत फैलाने वाली सांप्रदायिकता शक्तियों को उखाड़ फेंकने के लिए 16 फरवरी की यह हड़ताल सफल बनानी होगी। हमारे देश के शहीदों के सपनों के भारत का निर्माण शोषण मुक्त समाज की स्थापना का लक्ष्य आगे लेकर जाना होगा।