Chalo Theater Festival : कृष्‍ण आगे बढ़ते चले गए, राधा अकेली रह गई…और द्वापर के समापन पर हुआ मिलन

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Chalo Theater Festival
  • पाइट में रास कला मंच की ओर से 13वां चलो थियेटर उत्‍सव का शुभारंभ
  • एनएसडी के निदेशक डॉ. चितरंजन त्रिपाठी ने किया शुभारंभ

 

Aaj Samaj (आज समाज),Chalo Theater Festival,पानीपत : कनु्प्रिया यानी श्रीकृष्‍ण की प्रिय साथी। राधा एक ऐसा पात्र है, जो श्रीकृष्‍ण के बचपन के साथ तो संग रहीं लेकिन जब उन्होंने अपना गांव छोड़ा तो राधा को भी अकेला छोड़ गए।  चलो थियेटर में राधा के पात्र और विरह वेदना का जीवंत मंचन हुआ। यहां पाइट कॉलेज में रास कला मंच की ओर से 13वें राष्‍ट्रीय चलो थियेटर उत्सव का शुभारंभ हुआ। एनएसडी के निदेशक डॉ.चितरंजन त्रिपाठी ने उत्सव का शुभारंभ किया।

 

 

 

Chalo Theater Festival

 

बैकुंठ धाम में आखिरकार राधा और कृष्ण का मिलन हो जाता है

कनुप्रिया के इस मंचन में राधा पूछती है कि तुम कौन हो कनु। तुमने कंस का वध किया, तुम ही मटकी फोड़ते और तुम ही गोवर्धन पर्वत से हमें इंद्र के प्रकोप से बचाते हो। तुम ही हो जो मुझे छोड़कर महाभारत का युद्ध कराते हो। पल-पल बदलते दृश्यों के साथ राधा सभी दर्शकों को अपने साथ ले चलती है। कनुप्रिया नाटक का अंत होता है द्वापर युग के समापन के साथ। बैकुंठ धाम में आखिरकार राधा और कृष्ण का मिलन हो जाता है। कनुप्रिया के माध्यम से प्रेम के सात्विक पक्ष को दिखाया गया।  कोलकाता से  पद्मश्री निरंजन गोस्वामी, चरखीदादरी से ह्रदय कौशल और नेशनल स्‍कूल ऑफ ड्रामा से आसिफ अली को मंच से सम्‍मानित किया गया। रास कला मंच के निदेशक रवि मोहन ने कनुप्रिया नाटक का मंचन किया। इस अवसर पर पाइट के चेयरमैन हरिओम तायल, वाइस चेयरमैन राकेश तायल, डीन डॉ.बीबी शर्मा भी मौजूद रहे। रवि मोहन ने बताया कि हरियाणा कला परिषद, संस्कृति मंत्रालय, पाइट एवं गीता सरोवर पोर्टिको के सहयोग से मंचन हो रहा है।

 

विजय जैन ने मंच से दिए 51 हजार

पानीपत ग्रामीण से भाजपा नेता एवं निवर्तमान पार्षद विजय जैन ने कनुप्रिय नाटक को सराहते हुए मंच से कलाकारों को 51 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि इन 11 बच्‍चों को भविष्‍य में जो भी जरूरत होगी, मदद की जाएगी। नाटक कला को जीवंत करने के लिए प्रयास सराहनीय हैं।

 

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