भिवानी : सैकेंडरी व सीनियर सैकेंडरी की परीक्षा में नकल के 11 मामले दर्ज

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आज समाज डिजिटल, भिवानी :
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित करवाई जा रही सैकेंडरी व सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) की तथा डी.एल.एड.(नियमित/रि-अपीयर) की परीक्षा में नकल के कुल 53 मामले दर्ज किये गये, जिसमें सैकेण्डरी व सीनियर सैकेण्डरी के 11 केस व डी.एल.एड. के 42 केस शामिल है। बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि बोर्ड अध्यक्ष प्रो0 (डा.) जगबीर सिंह के उडनदस्ते द्वारा जिला भिवानी व हिसार के परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया, जहां भिवानी के परीक्षा केन्द्रों पर नकल के 09 केस दर्ज किए गए।
उन्होंने आगे बताया कि बोर्ड उपाध्यक्ष वी.पी. यादव के उडनदस्ते द्वारा जिला पानीपत व रोहतक के परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया गया, जहां पानीपत में अनुचित साधन के 07 केस पकड़े।
उन्होंने बताया कि बोर्ड सचिव हितेन्द्र कुमार के उडनदस्ते द्वारा जिला रोहतक के परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया गया तथा अनुचित साधन का 01 केस दर्ज किया गया, जहां परीक्षा शान्तिपूर्वक ढग से चल रही थी।
उन्होंने आगे बताया कि संयुक्त सचिव पवन कुमार के उड?दस्ते द्वारा जिला भिवानी व जीन्द के परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया गया तथा नकल के 10 केस दर्ज किए, जिसमें जिला भिवानी के परीक्षा केन्द्रों पर 02 व जिला जीन्द के परीक्षा केन्द्रों पर 08 अनुचित साधन के केस पकड़े। उन्होंने बताया कि नकल पर अकुंश लगाने के लिए बोर्ड अध्यक्ष के स्पेशल उड?दस्तों द्वारा सभी जिलों के परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें जिला- भिवानी, फतेहाबाद, करनाल, नारनौल एट महेन्द्रगढ़, रोहतक, सोनीपत एवं नूंह के परीक्षा केंद्रों में नकल के 22 केस पकड़े। बोर्ड उपाध्यक्ष विशेष उडनदस्ता नारनौल द्वारा नारनौल के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया, जहां नकल का 01 दर्ज किया गया। बोर्ड सचिव के स्पेशल उड?दस्तों द्वारा प्रदेश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया गया, जहां परीक्षा शान्तिपूर्वक चल रही थी। बोर्ड के अन्य उडनदस्तों द्वारा विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया तथा नकल के 03 केस पकड़े।
उन्होंने आगे बताया कि आज सैकेंडरी व सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) परीक्षा में लगभग 627 परीक्षार्थी प्रविष्ठ हुए। इसी प्रकार डी.एल.एड. प्रथम वर्ष व द्वितीय वर्ष (नियमित/रि-अपीयर) परीक्षा में लगभग 26 हजार 597 छात्र-अध्यापक प्रविष्ठ हुए, जिनके लिए प्रदेशभर में 76 परीक्षा केन्द्र बनाए गए।