संजीव कौशिक, रोहतक:
- अलग-अलग चार्ज कहकर वसूले पैसे
- बजाज फाइनेंस कंपनी के नाम
- पर धोखाधड़ी
हरियाणा के रोहतक जिले में लोन दिलाने के नाम पर 1 लाख 83 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। पहले फोन पर संपर्क किया और बाद में सस्ता लोन देने का झांसा देकर फंसाया। इसके बाद अलग-अलग चार्ज के नाम पर रुपए एंठते रहे। ठगी का पता उस समय चला, जब पीड़ित फाइनेंस कंपनी के दफ्तर पहुंचा। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताया
रोहतक में सेक्टर-4 सनसिटी निवासी बिजेंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके पास मोबाइल पर 29 सितंबर को फोन आया। बात करने वाले ने अपना नाम महेंद्र व खुद को फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताया। बातचीत के दौरान फोन पर सस्ते ब्याज दर पर लोन दिलाने का झांसा दिया गया और बिजेंद्र सिंह को लोन लेने के लिए राजी कर लिया गया। बिजेंद्र सिंह ने बताया कि लोन के लिए हां करने के बाद आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक व पासपोर्ट फोटो मांगे गए।, जो वाट्सऐप नंबर पर भेज दिए।
कंपनी कर्मी ने उसके पास पर्सनल लोन अप्रूवल लेटर भेजा, जिसकी उन्होंने 2500 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस ली। इसके बाद 8600 रुपए लोन चार्ज के नाम पर भी मांगे, जो उनके खाते में जमा करवा दिए गए। बिजेंद्र सिंह ने बताया कि उससे बार-बार पैसों की मांग होती रही। TDS व इंश्योरेंस के नाम पर 7000 व 12475 रुपए ट्रांसफर किए। इसके बद 30 सितंबर को दोबारा महेंद्र से बातचीत हुई और उसे सीनियर अधिकारी से बात करवाने को कहा। उसने दूसरे व्यक्ति से बात करवाई, जिसने खुद को फाइनेंस कंपनी का मैनेजर बताया, जिसने कहा कि अगर पैसे नहीं भरेंगे तो लोन नहीं मिलेगा।
अलग-अलग चार्ज के नाम पर ठगी
बिजेंद्र सिंह ने बताया कि इसके बाद महेंद्र ने NOC के नाम पर 18350, माइक्रो कोड चार्ज के नाम पर 22480 रुपए मांगे। 1 अक्टूबर को 22000 रुपए कुल 5 ट्रांजेक्शन में खाते मे पैसे डाले गए
2 अक्टूबर को बैंक चार्ज के नाम पर 29850 रुपए व इनकम टैक्स के नाम पर 24410 रुपए, एग्रीमेंट चार्ज के नाम पर 21500 रुपए व 19570 रुपए, GST चार्ज के नाम पर 16990 रुपए मांगे, जो दे दिए गए।
मामला दर्ज
बिजेंद्र सिंह ने बताया कि जब उसे संदेह हुआ तो वह बजाज फाइनेंस कंपनी ऑफिस में गए और पता किया तो जानकारी मिली कि यह सब फर्जी है। फाइनेंस कंपनी के नाम पर लोन देने का झांसा देकर 1 लाख 83 हजार 245 रुपए की ठगी हुई है। उसने मामले की शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
ये भी पढ़ें : फूलों से महकेगी कर्ण नगरी नगर निगम स्थापित करेगा अपनी नर्सरी