सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड द्वारा भूजल स्तर को ऊपर लाने में किए जा रहे सराहनीय कार्य:अभय सिंह यादव

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सिंचाई राज्य मंत्री अभय सिंह यादव ने विभिन्न गांवों में किया सरस्वती सरोवरों व घाटों का निरीक्षण, जल का संरक्षण व रिचार्ज करने पर बोर्ड की तारीफ, पंचायत आगे आकर पंचायती जमीनों पर स्थापित करवाएं सरोवर, थ्री व फाइव पोंड सिस्टम
कुरुक्षेत्र 12 जुलाई सिंचाई एवं जल संसाधन राज्यमंत्री अभय सिंह यादव ने कहा कि हरियाणा सरस्वत धरोहर विकास बोर्ड द्वारा पानी को रिर्चाज करके भूजल स्तर में सुधार करने के लिए सराहनीय कार्य किए जा रहे है। बोर्ड द्वारा पंचायत विभाग के माध्यम से पानी रिचार्ज के लिए जो थ्री व फाइव पोंड सिस्टम स्थापित किए जा रहे है, जिससे की पानी को साफ करके सरोवरों के माध्यम से सरस्वती नदी में डाला जा रहा है, उसके माध्यम से भी इस क्षेत्र के भूजल स्तर में सुधार हो रहा है।
सिंचाई एवं जल संसाधन राज्यमंत्री अभय सिंह यादव शुक्रवार को गांव कौलापुर, मरचेहड़ी, बिहोली आदि में बनाए गए थ्री व फाईव पौंड सिस्टम व सरस्वती सरोवरों का निरीक्षण करने के उपरांत बातचीत कर रहे थे। इससे पहले सिंचाई एवं जल संसाधन राज्यमंत्री अभय सिंह यादव, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष धुमन सिंह किरमच, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता अरविंद कौशिक, एक्सईन नवतेज, जेई शिखा ने सरस्वती के किनारे बनाए गए सरोवरों व घाटों का निरीक्षण किया। सिंचाई राज्यमंत्री अभय सिंह यादव ने सरस्वती बोर्ड की प्रशंसा करते हुए कहा कि उपाध्यक्ष धुमन सिंह के मार्गदर्शन में भूजल सुधार में काफी अच्छा कार्य किया जा रहा है, थ्री व फाईव पौंड सिस्टमों के माध्यम से पानी को साफ करके सरस्वती नदी में डालने से पवित्र नदी सरस्वती में गंदगी भी नहीं जा रही है।
उन्होंने कहा कि बोर्ड गांवों में पंचायतों के माध्यम से पंचायती जमीन पर जोहड़ खुदवाकर थ्री व फाईव पौंड सिस्टम लगवाने का कार्य निरंतर जारी रखे। बीबीपुर झील के सूखने से इस क्षेत्र में भूजल में काफी कमी है। सरस्वती सरोवरों के माध्यम से पानी को रिचार्ज करके इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। पंचायत भी इस कार्य में आगे आए और पंचायती जमीन उपलब्ध करवाकर सरस्वती बोर्ड के माध्यम से सरस्वती सरोवरों का ज्यादा से ज्यादा निर्माण करवाए। इस मौके पर मनीष मथाना, सरपंच बलविंद्र सिंह, निर्मल सिंह सैनी, राजेंद्र सिंह सैनी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।