कैथल (मनोज वर्मा)। हरियाणा की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सरकार अब अपने विरोधियों की आवाज को भी कुचलने का काम करने लगी है। पार्टी का कहना है कि शांति पूर्व ढंग से अपना विरोध दर्ज कराना देश के हर नागरिक का लोकतांत्रिक अधिकार है, मगर भाजपा राज में लोगों की आवाज उठाने वाले विपक्षी नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेलों में बंद किया जा रहा है। यह बात यहां आम आदमी पार्टी के हरियाणा उत्तरी जोन के सहसचिव मास्टर जितेन्द्र एवं जिला कैथल सचिव राजबीर सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद पुलिस ने आम आदमी पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद डॉ सुशील गुप्ता को आज सुबह फरीदाबाद के सराय ख्वाजा चौक से 8 बजे इसलिए गिरफ्तार किया क्योंकि उन्होंने पिछले दिनों फरीदाबाद के खोरी गांववासियों की आवाज उठाई थी। उन्होंने कहा कि आज इसी विषय पर डॉक्टर सुशील गुप्ता अपने साथियों के साथ प्रधानमंत्री आवास पर ज्ञापन देने जाने वाले थे।
मगर पुलिस ने उन्हें इससे पहले ही गिरफ्तार कर बता दिया कि हरियाणा सरकार का लोकतंत्र में किसी तरह का कोई विश्वास नहीं है। उन्होंने कहा कि खोरी गांव के लोग पिछले कई सालों से वहां रह रहे हैं जिन्हें प्रशासन द्वारा उठाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी उनके गांव खाली कराए जाने के खिलाफ नहीं है। परंतु पार्टी सिर्फ यह चाहती है कि इन लोगों को वहां से उठाने से पहले प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कहीं और बसाया जाए, उसके बाद गांव खाली कराया जाना चाहिए। मगर हरियाणा सरकार इन गांव वासियों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना उनके आवास खाली करवाना चाह रही है जिसका आम आदमी पार्टी विरोध कर रही है।
उन्होंने कहा कि आज डॉक्टर सुशील गुप्ता के साथ गए नेता धर्मवीर बढ़ाना, सौरभ झा, अब्दुल रहीम और अंकित कादयान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और फिर आज सुबह डॉ गुप्ता की गिरफ्तारी से यह बात साबित हो गई है कि अपने हक और पुनर्वास की लड़ाई लड़ रहे खोरी गांव के आंदोलनकारी लोगों की मदद करने वाले पार्टी नेताओं का रास्ता रोक कर खट्टर प्रशासन ने अपनी मंशा साफ जाहिर कर दी है। इन दोनों नेताओं ने कहा कि यदि शीघ्र ही सुशील गुप्ता की तरह इन गिरफ्तार किए गए बाकी नेताओं की भी रिहाई ना हुई तो आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरेगी और सरकार के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारी देने से भी पीछे नहीं हटेगी।