पपीते और नींबू के रस के एक साथ सेवन से शरीर को कई सारे रोगों से मुक्ति मिल जाती है। इसके लिए पपीते में नींबू के रस को मिलाकर प्रतिदिन की दिनचर्या बनाकर सेवन करना चाहिए। हमें पपीते,नींबू की लत को अपनाना चाहिए क्योंकि शुरूआती दिनों में सेवन के दौरान कुछ अलग से स्वाद की अनुभूति होती है, पर धीरे—धीरे इसकी आदत बन जाती है जैसा कि हम सुबह—सुबह चाय का सेवन कर दिन की शरूआत करते हैं।
आपको इस बारे में कम ही जानकारी होगी कि इन दोनों फलो के सेवन से लीवर, सिरोसिस और कैंसर जैसी घातक बीमारियां भी ठीक हो सकती है। दरअसल, पपीता को कई औषधिय गुणों की खान कहा जाता है। क्योंकि इसमें ऐसे औषीधीय तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर को कर्इ घातक बीमारियों से लड़ने में सहायक होते हैं। इनसे मिलने वाले तत्व शरीर में काफी अच्छा प्रभाव डालकर हमें रोग मुक्त कर देते हैं। इसके नियमित सेवन से शरीर को तो फायदा होता ही है साथ ही में हमारी त्वचा में भी प्राकृतिक निखार आ जाता है।
इसलिए आपको पपीते का सेवन रोज करना चाहिए। यदि पपीते के साथ आप नींबू के रस का प्रयोग करेंगे तो यह आपके शरीर मे सोने में सुहागा जैसे काम करेगा। अगर आप चाहें तो पपीता और नींबू का ज्यूस बनाकर भी पी सकते हैं। याद रहें, पपीते के जूस को तुरंत ही पी लेना चाहिए वरना यह थक्के के रूप में जम जाता हैख, जैसे- दही। इससे कब्ज और पाचन क्रिया सम्बंधी समस्या नहीं होती है। विटामिन A, B और C तथा फाइबर से भरपूर पपीता और नींबू पेट, आंख और त्वचा के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके अलावा फॉस्फोरस, पोटैशियम, आयरन, एंटीऑक्सीडेंट्स, काबरेहाइड्रेट, प्रोटीन, सोडियम तथा अन्य खनिज-लवण भी मौजूद रहते हैं, जो स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक होते हैं।
जाने पपीता के साथ नींबू के रस का सेवन आपके शरीर में किस प्रकार से लाभदायक है:
कब्ज, दस्त और पेशाब की समस्या से छुटकारा
आपको बता दें कि पपीते का सेवन पेट के लिए अच्छा होता है। पपीते के छोटे-छोटे टुकड़े करके काली मिर्च का चूर्ण, सेंधा नमक और नींबू का रस मिलाकर सेवन करने से भोजन के प्रति अरुचि की शिकायत दूर होती है और भोजन सरलता से हजम हो जाता है। इसके नियमित सेवन से दस्त और पेशाब की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा इसमें पपाइन नामक एक एंजाइम पाया जाता है, जो आहार को पचाने में अत्यंत मददगार साबित होता है।
वजन घटाने और चर्बी को कम करने में सहायक
इसका सेवन आंतों के कार्यों को ठीक रखने में सहायक होता है, जिसके फलस्वरूप वजन घटाना आसान हो जाता है। इसके सेवन से कमर की अतिरिक्त चर्बी कम होती है। नियमित रुप से सुबह खाली पेट पपीते और नींबू के रस का सेवन करें। नींबू और पपीते में पेक्टिन फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है जो भूख की प्रबल इच्छा से लड़ने में मदद करता है और आप एक लंबे समय के लिए तृप्त महसूस करते हैं।
दिल का रखवाला
नींबू और पपीता फाइबर, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है और धमनियों में कोलेस्ट्रॉल के निर्माण को कम करता है। बहुत अधिक कोलेस्ट्रॉल का निर्माण धमनियों को ब्लॉक कर सकता है और दिल का दौरा पड़ने का कारण बन सकता है। नींबू का सेवन नसों में निरन्तर रक्त संचार सुचारू करने में सक्षम है। और दिल दौरे और अटैक को रोकने में सक्षम है।
लीवर, सिरोसिस से बचाव
पपीते और नींबू रस लीवर सिरोसिस के लिए काफी लाभदायक साबित होते हैं। पपीता लीवर को काफी मज़बूती प्रदान करता है और नींबू लीवर को पित्त (बाइल) के उत्पादन में सहायता करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थ को निकालने में भी मदद करता है। इसलिए हर रोज दो चम्मच पपीता के रस में आधा चम्मच नींबू का रस मिलाकर पिएं।
आंखों के लिए लाभकारी
इसके सेवन से रतौंधी रोग का निवारण होता है और आंखों की ज्योति बढ़ती है। आंखों की दृष्टि अच्छी बनाएं रखने के लिए इसका सेवन जरूर करना चाहिए। जिन बच्चों को कम उम्र में ही चश्मा लग जाता है उनके लिए यह बेहद लाभकारी होता है। नींबू और पपीते में मौजूद विटामिन ए आंखों की कमजोरी को दूर करता है। पपीते में कैल्श्यिम, कैरोटीन के साथ विटामिन ए विटामिन बी, और सी, डी की भरपूर मात्रा होती है। जो आंखों की दिक्कतों को खत्म करती है।