सही रंगों का चुनाव घर में लाये खुशहाली और ऊर्जा, जानें कैसे ?

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अपने सपनों के आशियाने को तरह-तरह के रंगों से सजाने का ट्रेंड हमेशा से चला आ रहा है। अध्यात्म में माना जाता है कि हर रंग ऊर्जावान है और हरेक रंग का अपना महत्व होता है। अगर घर में इन रंगों का इस्तेमाल समझदारी से किया जाए तो ये रंग आपको स्फूर्ति से भर देते हैं। रंगों के बारे में जानें कुछ अन्य बातें…

रेड : इसे बोल्ड एंड ब्यूटीफुल रंग कहा जाता है, जो प्रेम, जोश और साहस को प्रदर्शित करता है। इसका इस्तेमाल बेडरूम में करें। बेडरूम को इसी रंग के कुशंस, बेडकवर और शो पीसेज़ से सजाएं क्योंकि यह रंग व्यक्ति को अपनी ओर जल्दी अट्रैक्ट कर लेता है। इस रंग का इस्तेमाल कर बेडरूम को नया लुक दिया जा सकता है।

ऑरेंज : यह रंग खुशी, आशावादी सोच, शालीनता और सफलता को दर्शाता है। इस रंग का इस्तेमाल उस जगह पर करें, जहां आप क्रिएटिव और एनर्जेटिक काम करना चाहती हैं। डाइनिंग एरिया में ऑरेंज कलर की कोई भी चीज़ अपने सामने ज़रूर रखें। ध्यान रखें कि घर के एक कोने या कमरे में इस रंग के कुशंस, पेटिंग और शो पीसेज़ इस तरह रखें कि आपको पॉजि़टिविटी का एहसास हो सके।

येलो : यह इंसान की रचनात्मक क्षमता, ज्ञान, विद्या, आत्मविश्वास, बुद्धिमता, डर और निराशा जैसे गुण-दोषों को नियंत्रित और संतुलित करता है। पीले रंग की किसी भी वस्तु को डाइनिंग एरिया में ज़रूर सजाएं।

ग्रीन : यह रंग स्फूर्ति व समृद्धि का प्रतीक है। यह प्रकृति और अध्यात्म का रंग है। यह बैलेंसिंग कलर है। यह शांति, विश्वास, अकेलेपन और दयाको दर्शाता है। हरा रंग मनोभावों में संतुलन स्थापित करता है। ग्रीन कलर हर कमरे के साथ ही लिविंग रूम के लिए भी उपयुक्त है। वैसे इस रंग का उपयोग स्टडी रूम में करें क्योंकि यह रंग ध्यान केंद्रित करने में भी सहायक है।

ब्लू : यह रंग संवाद की शक्ति, समझदारी, सम्मान, नम्रता, शांति और आराम का परिचायक है। यह रंग घर में कंफर्टेबल माहौल पैदा करता है, साथ ही यह डिप्रेशन दूर करने में भी मददगार होता है।

इंडिगो : इंडिगो यानी डार्क पर्पल कलर ध्यान और मेडिटेशन का परिचायक है। इस रंग का इस्तेमाल स्टडी रूम में करें। इससे बच्चों को पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में भी मदद मिलेगी।

वॉयलेट: अगर आप आध्यात्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और नियमित रूप से मेडिटेशन करते हैं तो घर में इस रंग को जगह दें।