भारतीय महिला टीम ने सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा (96) और स्मृति मंधाना (78) की अर्धशतकीय पारियों से गुरूवार को यहां एकमात्र क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड के खिलाफ शानदार शुरूआत की लेकिन तीसरे सत्र के अंत में पांच विकेट गंवाकर पहली पारी में 187 रन बनाये। शेफाली और मंधाना ने 48.5 ओवर में पहले विकेट के लिये 167 रन की शानदार साझेदारी कर भारत को बेहतरीन शुरूआत करायी। लेकिन शेफाली के आउट होने के बाद विकेट गिरने का सिलसिला शुरू हुआ और टीम ने महज 16 रन के अंदर पांच विकेट खो दिये।
शेफाली और मंधाना के आउट होने के बाद शिखा पांडे, कप्तान मिताली राज और पूनम राउत सस्ते में पवेलियन लौट गयीं। टीम ने 167 रन पर शेफाली के रूप में पहला विकेट खोया जिसके बाद 183 रन तक पांच विकेट गिर गये थे। दिन का खेल समाप्त होने तक हरमनप्रीत कौर चार रन बनाकर खेल रही थीं जबकि दूसरे छोर पर दीप्ति शर्मा ने खाता भी नहीं खोला था। शेफाली हमेशा की तरह आक्रामक खेल रही थीं, जिन्होंने अपनी ही शैली में कट और पुल शॉट लगाये। इस 17 साल की खिलाड़ी ने सिर्फ डिफेंस ही अच्छा नहीं किया बल्कि आसानी से नैट स्किवर पर एक छक्का भी जमाया। टेस्ट क्रिकेट में यह भारतीय महिला टीम का दूसरा ही छक्का था।
मंधाना सतर्क होकर खेल रही थी लेकिन फिर भी तेज थीं। उन्होंने स्किवर पर कवर क्षेत्र की ओर अपना पहला चौका जमाया। जब भी उन्हें मौका मिला, वह पुल शॉट खेलने में हिचकिचायी नहीं। उनकी ड्राइव्स देखना अच्छा था। केट क्रास पर एक शानदार शॉट पर उन्होंने टीम के स्कोर का अर्धशतक पूरा कराया। मंधाना जब 23 रन पर थीं, तब क्रास उन्हें आउट करने का मौका गंवा बैठीं। इसके बाद भी दोनों ने अच्छे शॉट लगाते हुए अपनी पारियों को आगे बढ़ाया, पर शेफाली शतक से महज चार रन से चूक गयीं। उन्होंने केट क्रास की गेंद पर आउट होने से पहले 96 रन की पारी के दौरान 13 चौके और दो छक्के लगाये। मंधाना इसके बाद स्किवर का शिकार बनीं, उन्होंने अपनी पारी में 14 चौके जमाये।